Gopalkrishna Gandhi | |
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पच्छिम बंगाल के 22वाँ राज्यपाल | |
कार्यकाल 14 दिसंबर 2004 – 14 दिसंबर 2009 | |
मुख्यमंत्री | बुधदेब भट्टाचार्य |
इनसे पहिले | वीरेन जे. शाह |
इनके बाद | देवानंद कोंवर |
निजी जानकारी | |
जनम | गोपालकृष्ण देवदास गांधी 22 अप्रैल 1946 भारत |
जीवनसाथी | तारा गांधी |
संबंध-रिश्ता | महात्मा गाँधी (बाबा) कस्तूरबा गांधी (दादी) |
संतान | 2 (बेटी) |
माई-बाबूजी | देवदास गांधी लक्ष्मी गांधी |
अकुपेशन | भारतीय प्रशासनिक सेवा |
गोपालकृष्ण देवदास गांधी (जनम 22 अप्रैल 1946) महात्मा गाँधी के पोता आ एगो रिटायर हो चुकल आईएएस अफसर आ डिप्लोमैट बाने। गोपालकृष्ण गांधी साल 2004 से 2009 ले पच्छिम बंगाल के गवर्नर रहलें।[1] भूतपूर्व प्रशासनिक अधिकारी के रूप में ई भारत के परधानमंत्री के सेक्रेटरी के पद तक चहुँपल रहलें। डिप्लोमैट के रूप में गांधी दक्खिन अफिरका आ श्रीलंका में भारत के हाई कमिशनर रह चुकल बाने।[2]
11 जुलाई 2017 के गांधी के नाँव के घोषणा विपक्ष द्वारा भारतीय उप-राष्ट्रपति चुनाव, 2017 के उमेदवार के रूप में कइल गइल। दिल्ली में 18 गो बिपक्षी दल सभ के बैठक में ई फैसला लिहल गइल।[3]
महात्मा गाँधी इनके बाबा रहलें आ राजगोपालाचारी इनके नाना रहलें[2] ई देवदास गांधी आ लक्ष्मी गांधी के लड़िका हवें। राजमोहन गांधी इनके बड़ भाई आ स्वर्गीय रामचंद्र गांधी आ तारा भट्टाचारजी (गांधी) इनके छोट भाई-बहिन ह लोग।
गांधी के पढ़ाई सेंट स्टीफंस कालेज, दिल्ली से भइल जहाँ से ई एमए के डिग्री लिहलें।[4]
साल 1968 में गांधी आईएएस अफसर के रूप में चुनल गइलेन आ साल 1985 ले तमिलनाडु काडर में सेवा दिहलें। एकरे बाद ऊ भारत के उपराष्ट्रपति के सक्रेटरी (1985 - 1987), आ भारत के राष्ट्रपति के ज्वाइंट सेक्रेटरी (1987 - 1992) रहलें।
साल 1992 में गांधी, यूनाइटेड किंगडम में भारतीय हाईकमीशन में सांस्कृतिक मंत्री बनलें आ लंदन में मौजूद नेहरू सेंटर के डाइरेक्टर बनलें। एकरे बाद ऊ कई जगह भारतीय डिप्लोमैट के रूप में रहलें, दक्खिन अफिरका में हाई कमिशनर, श्रीलंका में हाई कमिश्नर, आ नार्वे आ आइसलैंड में भारत के राजदूत (एम्बैसेडर) रहलें। साल 2003 में गांधी सरकारी सेवा से रिटायर हो गइलें।
14 दिसंबर 2004 से 14 दिसंबर 2009 ले गांधी पच्छिम बंगाल के गवर्नर रहलें आ एही दौरान बीच में त्रिपुरा आ बिहार के राज्यपाल के चार्ज भी कुछ दिन खातिर सम्हरलें।[5]
वर्तमान में गांधी, अशोक विश्वविद्यालय में इतिहास आ राजनीतिशास्त्र के प्रोफ़ेसर के रूप में पढ़ावत बाने।[6]
सरकारी ऑफिस | ||
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पहिले वीरेन जे शाह |
पच्छिम बंगाल के राज्यपाल 2004–2009 |
बाद में देवानंद कोंवर |