मिशन प्रकार | चंद्र ऑर्बिटर, चंद्र लैंडर, चंद्र रोवर |
---|---|
आपरेटर | इसरो (ISRO) |
सैटकैटनं. | 2019-042A |
वेबसाइट | www |
मिशन अवधि | ऑर्बिटर: > 1 बरिस विक्रम लैंडर ≤ 14 दिन[1] प्रज्ञान रोवर: ≤ 14 days[1] |
अंतरिक्षबिमान लच्छन | |
निर्माता | इसरो (ISRO) |
लांच द्रब्यमान | सगरी (wet): 3,850 किग्रा (8,490 पाउंड)[2][3] Combined (dry): 1,308 किग्रा (2,884 पाउंड)[4] |
पेलोड द्रब्यमान | ऑर्बिटर (wet): 2,379 किग्रा (5,245 पाउंड)[2][3] ऑर्बिटर (dry): 682 किग्रा (1,504 पाउंड)[4] विक्रम लैंडर (wet): 1,471 किग्रा (3,243 पाउंड)[2][3] Vikram lander (dry): 626 किग्रा (1,380 पाउंड)[4] प्रज्ञान रोवर: 27 किग्रा (60 पाउंड)[2][3] |
पावर | ऑर्बिटर: 1 kW[5]
Vikram lander: 650 W Pragyan rover: 50 W |
मिशन सुरुआत | |
लांच तारीख | 22 जुलाई 2019, 14:43:12 IST (09:13:12 UTC)[6] |
राकेट | जीएसएलवी मार्क 3[7][8] |
लांच के जगह | सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र लांच पैड |
ठीकेदार | इसरो (ISRO) |
चंद्रमा ऑर्बिटर | |
Orbital insertion | 20 August, 2019 (planned)[9][10] |
Orbit parameters | |
पेरीapsis | 100 किमी (62 मील)[11] |
Apoapsis | 100 किमी (62 मील)[11] |
चंद्रमा लैंडर | |
अंतरिक्षबिमान कंपोनेंट | रोवर |
Landing date | 7 सितंबर 2019 (प्लान)[12] |
चंद्रयान कार्यक्रम |
चंद्रयान-2 भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम के तहत, चंद्रमा पर भेजल जाये वाला भारत के दुसरा अंतरिक्ष बिमान हवे। एकरे पहिले चंद्रयान-1 भेजल गइल रहे। इसरो द्वारा बिकसित आ बनावल एह यान के 22 जुलाई 2019 के 2.43 PM IST (09:13 UTC) पर सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के लांच पैड से जीएसएलवी मार्क 3 राकेट द्वारा लांच कइल गइल।[7] एह अंतरिक्ष यान से एगो चंद्र ऑर्बिटर, लैंडर आ चंद्र रोवर भेजल गइल।
चंद्रयान-2 के सभसे प्राथमिक मकसद बा ई देखावल कि भारतीय तकनीकी चंद्रमा के सतह पर "सॉफ्ट-लैंडिंग" करे में आ सतह पर रोवर चलावे में सक्षम बाटे। एकरे बाद बैज्ञानिक मकसद सभ में चंद्रमा के टोपोग्राफी, खनिज, तत्व सभ के मात्रा, चंद्रमा के बाहरी वायुमंडल (लूनर एक्सोस्फीयर), इहाँ मौजूद पानी आ बरफ के अध्ययन वगैरह शामिल बा।[13] ऑर्बिटर चंद्रमा के सतह के नक्शा तइयार करी आ थ्री-डी व्यू जेनरेट करे में मदद करी। एह पर लागल राडार सतह के सर्वेक्षण करी आ मौजूद पानी के अध्ययन करी। दक्षिणी ध्रुव वाला इलाका में बरफ के रूप में जमल पानी के अध्ययन एह में शामिल बा। एकरे अलावा ई चंद्रमा पर मौजूद चट्टान-चूर्ण (रेगोलिथ) के मोटाई के अध्ययन करी जवना से इहाँ के माटी बनल बा।[14]
ई मिशन जीएसएलवी मार्क 3 से लांच कइल गइल आ लिफ्ट-ऑफ द्रब्यमान लगभग 3,850 किग्रा (8,490 पाउंड) रहल। श्रीहरिकोटा दीप पर मौजूद सतीश धवन सेंटर से एकरा के लांच कइल गइल।[15][11][8][16] जून 2019 तक ले [update], एह मिशन पर कुल खर्चा ₹978 करोड़ (लगभग US$141 मिलियन) आइल जेह में ₹603 एकरे अंतरिक्ष वाला हिस्सा पर आइल आ ₹375 खर्चा लांच करे के सिस्टम पर आइल।[17][18] चंद्रयान-2 स्टैक के पहिले पृथ्वी के पार्किंग ऑर्बिट में 170 किमी पेरीजी आ 40,400 किमी अपोजी पर लांच यान द्वारा अस्थापित कइल गइल।[19]
{{cite web}}
: Italic or bold markup not allowed in: |publisher=
(help)
<ref>
tag; no text was provided for refs named CY2_LaunchKit
<ref>
tag; no text was provided for refs named :1
{{cite web}}
: Cite has empty unknown parameter: |dead-url=
(help)