भौतिक ब्रह्मांड बिज्ञान

भौतिक ब्रह्मांड बिज्ञान या फिजिकल कॉस्मोलॉजी (अंग्रेजी: Physical cosmology), ब्रह्मांड में मौजूद बड़ा पैमाना के पिण्ड, संरचना आ गतिक चीज सभ के अध्ययन करे वाला बिसय बा आ ई ब्रह्मांड के बारे में आधारभूत सवाल सभ के उत्तर खोजे के कोसिस करे ला जइसे की ब्रह्मांड के उत्पत्ती, संरचना, क्रम-बिकास आ अंतिम भबिस्य का होखी।[1] मनुष्यता के इतिहास के ज्यादातर समय में ई बिज्ञान दर्शन के शाखा मेटाफिजिक्स, आ धरम के हिस्सा रहल हउवे। कॉस्मोलॉजी के बिज्ञान के रूप में अध्ययन कोपरनिकस के सिद्धांत के बाद शुरू भइल जेकरा बाद ई माने जाये लागल कि ब्रह्मांड के सगरी पिंड एकही किसिम के नियम के अनुपालन करे लें। एकरे बिकास में न्यूटन के सिद्धांत के योगदान भी रहल, जवन ई नियम सब के समझ बढ़ावे शुरू कइलस।

एकर बर्तमान स्वरूप, 1915 में आइंस्टीन के जनरल थियोरी ऑफ रिलेटिविटी के साथ सुरू होला। बिसय के बिकास के रूप में बड़हन घटना हबल के द्वारा एह खोज से भइल की हमनी के गैलेक्सी, आकाशगंगा के बाहर भी बहुत सारी बड़े बड़े गैलेक्सी बहुतायत में बा। एकरे बाद वेस्तो स्लिफर नियर लोग ई बतावल की ब्रह्मांड में बिस्तार हो रहल बाटे।

एह सभ खोज के बाद जॉर्ज लैमेतियर के द्वारा बिग बैंग के थियरी अस्थापित भइल। बिग बैंग आज सभसे ढेर प्रचलित मॉडल बाटे हालाँकि कुछ अन्य रिसर्चर लोग दूसर बैकल्पिक मॉडल साबित करे में जुटल बा लोग[2]; बाकी ज्यादातर बैग्यानिक लोग ई स्वीकार करे ला की बिग बैंग के थियरी ब्रह्मांड के नीक ब्याख्या करे में सक्षम बाटे।

कॉस्मोलौजी के सहायता में अन्य कई बिसय आ शाखा के योगदान बाटे - जिनहन में पार्टिकल फिजिक्स, एस्ट्रोफिजिक्स, जनरल रिलेटिविटी, क्वांटम मैकेनिक्सप्लाज्मा फिजिक्स के नाँव गिनाव्ल जा सकत बाटे।

  1. For an overview, see George FR Ellis (2006). "Issues in the Philosophy of Cosmology". In Jeremy Butterfield & John Earman (ed.). Philosophy of Physics (Handbook of the Philosophy of Science) 3 volume set. North Holland. pp. 1183ff. arXiv:astro-ph/0602280. ISBN 0-444-51560-7.
  2. An Open Letter to the Scientific Community as published in New Scientist, मई 22, 2004