अजीत डोभाल IPS, KC | |
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5वाँ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार | |
पद पर मौजूद | |
पदभार लिहल गइल 30 मई 2014 | |
प्रधानमंत्री | नरेंद्र मोदी |
इनसे पहिले | शिवशंकर मेनन |
इंटेलिजेंस ब्यूरो के डाइरेक्टर | |
कार्यकाल 31 जुलाई 2004 – 31 जनवरी 2005 | |
प्रधानमंत्री | मनमोहन सिंह |
इनसे पहिले | के. पी. सिंह |
इनके बाद | ई. एस. एल. नरसिंहन |
निजी जानकारी | |
जनम | घीड़ी बेनल्स्यूँ, पौड़ी गढ़वाल, संजुक्त प्रांत, ब्रिटिश भारत (अब उत्तराखंड राज्य) | 20 जनवरी 1945
जीवनसाथी | अरुणी डोभाल (m.1972) |
संतान | विवेक डोभाल, शौर्य डोभाल |
निवास | नई दिल्ली, भारत |
पढ़ाई | एम. ए. (अर्थशास्त्र) |
महतारी संस्था | अजमेर मिलिट्री स्कूल आगरा यूनिवर्सिटी नेशनल डिफेन्स कॉलेज, भारत |
सम्मान | कीर्ति चक्र पुलिस मेडल राष्ट्रपति के पुलिस मैडल |
अजीत कुमार डोभाल (जनम 20 जनवरी 1945) भारत के परधानमंत्री के पाँचवाँ आ वर्तमान राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बाड़ें। एकरे पहिले ऊ 2004-05 में भारत के अंदरूनी इंटेलिजेंस एजेंसी इंटेलिजेंस ब्यूरो के डाइरेक्टर रहलें आ ओहके पहिले लमहर समय ले एह एजेंसी के ऑपरेशन विंग के मुखिया रहलें। केरल काडर के आइपीएस के रूप में कैरियर शुरू करे वाला डोभाल बाद में मिजोरम आ पंजाब में इंसर्जेंसी के खिलाफ लड़ाई में सक्रिय रहलें आ 1999 में कंधार बिमान अपहरण मामिला में भारत के तीन गो प्रतिनिधि लोग में से एक रहलें जे एह मामिला में भारत के ओर से बात कइल। सिक्किम के भारत में विलय में इनहूँ के प्रमुख भूमिका बतावल जाला आ हाल में जम्मू काश्मीर के बिसेस राज्य के दर्जा समाप्त करे में भी इनके योगदान रहल बाटे।
डोभाल के जनम 1945 में संजुक्त प्रांत (अब उत्तराखंड) के पौड़ी गढ़वाल जिला के घीड़ी बेनल्स्यूं गाँव में एगो गढ़वाली परिवार में भइल। इनके बाबूजी, मेजर जी. एन. डोभाल भारतीय सेना में अफसर रहलें।[1][2]
डोभाल के सुरुआती पढ़ाई अजमेर मिलिट्री स्कूल (जेकर नाँव पहिले किंग जॉर्जेस रॉयल इंडियन मिलिट्री स्कूल रहे) में भइल। आगरा युनिवर्सिटी से ई 1967 में अर्थशास्त्र में मास्टर डिग्री (एम.ए.) कइलें।[3] भारत खातिर रणनीतिक आ सुरक्षा क्षेत्र में इनके बिसेस योगदान खातिर इनके आगरा युनिवर्सिटी आ कुमाऊँ यूनिवर्सिटी द्वारा मानद डाक्टरेट के डिग्री क्रम से दिसंबर 2017 आ मई 2018 में दिहल गइल।[4][5] एमिटी यूनिवर्सिटी द्वारा इनके दर्शनशास्त्र में मानद डाक्टरेट के डिग्री दिसंबर 2018 में दिहल गइल।[6][7]
सरकारी ऑफिस | ||
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पहिले शिवशंकर मेनन |
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार 2014–present |
पद पर वर्तमान |
Police appointments | ||
पहिले के. पी. सिंह |
इंटेलिजेंस ब्यूरो के डाइरेक्टर 2004–2005 |
बाद में ई. एस. एल. नरसिंम्हन |