कुंभ मेला भारत की चार गो जगह पर हर बारहवां बरिस लागे वाला एगो धार्मिक मेला हवे। सबसे बड़हन कुंभ मेला प्रयागराज में गंगा, यमुना आ पौराणिक सरस्वती नदिन की त्रिवेणी संगम पर लागेला। प्रयागराज की अलावा ई हरिद्वार, उज्जैन आ नाशिक में लागेला। कुम्भ मेला में पूरा भारत से हिन्दू तीर्थ यात्री लोग अस्नान करे खातिर एकट्ठा होला आ पूरा विश्व से लोग एके देखे खातिर आवेला।
एह चारो जगह लागे वाला कुंभ में से प्रयागराज के कुंभ मेला के खास महत्व हवे। प्रयागराज में कुंभ 2001 में आ 2012 में लागल रहल आ इनहन के बीचा में छठवाँ साल पर अर्द्धकुंभ लागल। 2019 में लागे वाला अर्द्ध कुंभ के सरकारी तौर पर नाँव बदल के "कुम्भ" के नाँव से परचारित कइल गइल जेकरे खिलाफ इलाहाबाद हाइकोर्ट में जनहित याचिका दायर कइल गइल।[1][2]
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