जलोढ़ मैदान

मैदान जेह में नदी के बहाव आ निचला कछार देखलात बा, दुनों ओर तनिका ऊँच पुरान मैदान
नदी के कछार (फ्लड प्लेन) आ ओकरे दुनों ओर जलोढ़ मैदान

कौनों जलोढ़ मैदान (अंग्रेजी: alluvial plain) एगो बिस्तृत आ लगभग सपाट थलरूप होखे ला जे बहुत लंबा समय के दौरान नदी सभ के ले आइल सेडीमेंट सभ के जमाव से बने ला। नदी सभ अपना सुरुआत के ऊँच इलाका सभ के पदार्थ बहा के ले आवे लीं आ निचला हिस्सा में इनहन के जमाव करत जालीं, एह जमाव से जलोढ़ माटी बने ले। बाढ़ के मैदान भा कछार (flood plain) एह प्रासेस के हिस्सा होला जे लगभग हर साल नदी में पानी के हाई सीजन के दौरान बूड़ जाला; जबकि जलोढ़ मैदान एगो बड़हन इलाका होखे ला जेह में ई कछार इतिहासी रूप से शिफ्ट हो-हो के एकर निर्माण कइले होखे ला।

ऊँच अस्थान (हाईलैंड) सभ के वेदरिंग के प्रासेस सब से कटाव होखे ला आ ई पदार्थ नदी के पानी के बहाव के साथे निचला इलाका में आ जालें, इहाँ ढाल कम होखे के चलते पानी के बहाव के गति कम हो जाला जेकरा कारन नदी के पानी इनहन के बहा के ले जाए में अक्षम हो जाला आ अपना तीरे पर जमा करत जाला। आमतौर पर जब नदी में बाढ़ के सीजन होला नदी के पानी के साथे ई पदार्थ दूर ले फइल जालें आ जब बाढ़ के पानी उतरे ला तब ई ओहिजे छूट जालें। भूबैज्ञानिक समय के लमहर काल में ई जमाव हर साल होखत होखत एगो लगभग सपाट मैदान के निर्माण हो जाला।

हालाँकि, बाढ़ के मैदान एकदम सपाट आकृति वाला चीज ना होला आ एहू में कुछ छोट-स्तर के थलरूप पावल जालें जिनाहन के बाढ़ के मैदान के थलरूप कहल जाला। नैचुरल लीवी (प्राकृतिक तटबंधा), नदी के मियांडर, रेत के लंबाई में जमाव से बनल बार, छाड़न चाहे गोखुर झील वगैरह एह मैदान सभ के प्रमुख थलरूप होखे लें।

जलोढ़ मैदान पृथ्वी के सतह पर के कुछ सभसे महत्व वाला हिस्सा हवें। दुनियाँ के कई गो पुरान सभ्यता सभ एही अल्यूवियल मैदान सभ में जनम लिहली आ बिकसित भइलिन।[books 1]

किताबी स्रोत

[संपादन करीं]
  1. Guyot, Arnold (1873). Physical Geography (अंग्रेजी में). Scribner, Armstrong. p. 25.