नई दिल्ली रेलवे स्टेशन अजमेरी गेट और पहाड़गंज की बीच आइल दिल्ली क मुख्य रेलवे स्टेशन ह। इ यात्री संख्या और रेल अवागमन दुन्नु मामला में देश क सबसे व्यस्त रेलवे स्टेशन ह। इ अपनी 16 प्लेटफॉर्म की साथ रोज करीब 400 गाड़ी और 5 लाख यात्री लोगन के संभालेला। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन कानपुर की साथ सबसे ज्यादा मार्ग इंटरलॉकिंग प्रणाली की मामला में विश्व रिकोर्ड बनवले बा, एइजा कुल 48गो इंटरलॉकिंग बा। इ स्टेशन मध्य दिल्ली में कनॉट प्लेस से उत्तर की तरफ 2 किमी दुरी पर स्थित बा।[1][2]
अधिकतर पूर्व आ दक्षिण की तरफ जाए वाली गाड़ी एहिजा से शुरू होली स। एकरी अलावा कई गो अन्य दिशा में जाए वाली गाड़ी एईजा से होके जाली स। अधिकतर शताब्दी एक्सप्रेस गाड़ी एइजा से चलेली स आ एइजा ख़त्म होली स। राजधानी एक्सप्रेस गाड़ी क इ मुख्य हब ह, जवन की एकर भारत क व्यस्तम रेलवे स्टेशन होखले क एगो मुख्य वजह ह।
1911 की बाद नया शाही राजधानी नई दिल्ली क स्थापना से पहिले, पूरा शहर के और आगरा – दिल्ली रेलवे लाइन के सेवा दिहलस, इ लाइन ओ समय आज की लुटियंस कहल जाए वाला इलाका और इंडिया गेट खातिर जवन जगह छोड़ल गइल रहे ओइजा से होते हुए राजपथ से होके गुजरे। बाद में इ रेलवे लाइन यमुना नदी की तरफ स्थानान्तरण करा गइल ओकरी बाद इ नया राजधानी खातिर रास्ता की तौर प 1924 में खुलल। ए रेलवे लाइन खातिर शिवाजी और तिलक नांव से दुगो पुल अस्तित्व में अई न स। ईस्ट इंडियन रेलवे कम्पनी जवन ओ समय में ए क्षेत्र क रेलवे क देखभाल करे, 1926 में पहाड़गंज और अजमेरी गेट की बीच एक महला इमारत और एगो प्लेटफ़ॉर्म बनवले क मंजूरी दिहलस। बाद में एही स्टेशन के नई दिल्ली रेलवे स्टेशन की तौर प जानल गइल। 1927-28 में, नई दिल्ली पूंजीगत परियोजना पूरा भइल जवने की तहत 4.79 मील (7.71 किमी) ले नया लाइन डरले क कार्य भइल। रेलवे स्टेशन पर कईगो नया ढाँचा बनल और असल इमारत कई साल ले पार्सल ऑफिस की तौर प सेवा दिहलस।
2007 में फर्रेल्स के 2010 की कॉमन वेल्थ खेलन की पहिले ए स्टेशन क आधुनिकीकरण और विस्तार क जिम्मेदारी मिलल। उन क काम स्टेशन और ओकरी आसपास क सम्पति क विकास कइले क रहे। एकर पहिला फेज खेल की शुरूआत ले परिचालन में ले अइले क योजना रहे।[3] इ पुनःविकास क योजना प रुपिया 60 बिलियन खर्च क अंदाज रहे और इ विस्तार एवं आधुनिकिकरण खातिर 13गो संघ की तरफ से बोली लागल। सितम्बर 2009 में अजमेरी गेट की तरफ क स्टेशन क नया इमारत क हिस्सा उत्तर रेलवे खोल दिहलस।[4]
फ्री वाई फाई क सुविधा उपलब्ध करावे खातिर उत्तर रेलवे मई 2013 में एगो टेंडर निकलले रहे जवन की मुम्बई क कम्पनी जीतलस, ए परियोजना क अनुमानित लागत रूपया 8 मिलियन रहे।[5] बाद में एही साल में इ सुविधा शुरू हो गइल।[6][7]
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर दिल्ली मेट्रो क येलो लाइन क सेवा की साथ दिल्ली एअरपोर्ट मेट्रो एक्सप्रेस (ओरेंज लाइन) क सेवा उपलब्ध बा जवन की सीधा इंदिरा गाँधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा से जुड़ेला।[8]