बानू जहाँगीर कोयाजी (22 अगस्त 1918 – 15 जुलाई 2004) भारतीय चिकित्सा वैज्ञानिक रहलीं। कोयाजी परिवार नियोजन आऊर जनसंख्या नियंत्रण बदे महत्वपूर्ण काम कइलीं। ऊ किंग एडवर्ड मेमोरियल अस्पताल, पुणे क निर्देशिका भी रहलीं। कोयाजी समुदाय के स्वास्थकर्मियन के साथे महाराष्ट्र के देही इलाक़न बदे कई कार्यक्रम शुरु कइले रहलीं। ऊ अपने काम में चटकवाही के वजह से केन्द्र सरकार क स्वास्थ्य सलाकार बन गईलीं आऊर दुनिया भर में अपने काम बदे जानल गइलीं।[1]
कोयाजी के कई पुरस्कार मिलल जेमा 1989 में पद्मभूषण आऊर सार्वजनिक सेवा बदे 1993 में रेमन मैगसेसे पुरस्कार मुख्य रूप से शामिल हौ।[2]
कोयाजी स्वास्थ्य बदे बेहतर बुनियादी सुविधा क हिमायती रहलीं। उनकरे एही सोच के कारण किंग एडवर्ड मेमोरियल अस्पताल, पुणे क क्षमता 1940 में मात्र चालीस बिस्तर से बढ़िके 1999 में 550 बिस्तर तक पहुँच गयल। ऊ एह अस्पताल से 55 साल तक जुड़ल रहलीं आऊर एकरे साथे कई दूसर महत्वपूर्ण पद सम्हरलें रहलीं जेमा विश्व स्वास्थ्य संगठन क मानव प्रजनन क वैज्ञानिक आऊर तकनीकी समूह क सदस्यता, विश्व स्वास्थ्य संगठन क स्वास्थ्य, मानवशक्ति और विकास समूह क सदस्यता, वगैरा शामिल हौ। ई महाराष्ट्र सरकार, भारत सरकार आऊर फ़ोर्ड फ़ाउन्डेशन के आलावा कई दूसर संगठनन बदे सलाहकार के तौर पे भी काम कइले रहलीं। इनकर महत्वपूर्ण योगदान परिवार नियोजन, बाल स्वास्थ्य आऊर जनसंख्या नियंत्रण वगैरा रहल जेमा ई भारत सरकार के नीतियन के निर्माण आऊर उनके लागू करवावै में जोर देहलीं।[1][3]
कोयाजी चिकित्सा आऊर स्वास्थ्य के अपने मुख्य काम के साथ-साथ अपने समय के समाचारपत्रन के समूह क निर्देशिका भी रहलीं।[3]