मीरा कुमार | |
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15वीं लोकसभा के स्पीकर | |
कार्यकाल 4 जून 2009 – 18 मई 2014 | |
डिप्टी | करिया मुंडा |
इनसे पहिले | सोमनाथ चटर्जी |
इनके बाद | सुमित्रा महाजन |
भारतीय संसद सदस्य सासाराम सीट से | |
कार्यकाल 10 मई 2004 – 12 मई 2014 | |
इनसे पहिले | मुनि लाल |
इनके बाद | छेदी पासवान |
निजी जानकारी | |
जनम | पटना, बिहार, ब्रिटिश भारत | 31 मार्च 1945
राजनीतिक पार्टी | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
जीवनसाथी | मंजुल कुमार |
संतान | 1 बेटा, 2 बेटी |
माई-बाबूजी | जगजीवन राम (बाबूजी) इंद्राणी देवी (महतारी) |
महतारी संस्था | दिल्ली यूनिवर्सिटी |
अकुपेशन | वकील, राजनीतिग्य, डिप्लोमैट |
मीरा कुमार (31 मार्च 1945) एक ठो भारतीय राजनीतिज्ञ बाड़ी जे पंद्रहवां लोकसभा खातिर निर्बिरोध स्पीकर चुनल गइल रहली आ 2017 के राष्ट्रपति चुनाव खातिर बिपक्षी दल सभ द्वारा उमेदवार घोषित कइल गइल रहली बाकी एह चुनाव में उनके जीत ना मिल पावल।
मीरा कुमार प्रसिद्ध कांग्रेसी नेता बाबू जगजीवन राम आ स्वतंत्रता खातिर संघर्ष करे वाली इंद्राणी देवी के लड़की हई।[1] मीरा के जनम 31 मार्च 1945[2] के बिहार के आरा जिला में भइल।
मीरा के सुरुआती पढ़ाई विल्हेम गर्ल्स स्कूल, देहरादून में आ एकरे बाद महारानी गायत्री देवी गर्ल्स पब्लिक स्कूल, जयपुर में भइल। कुछ समय खातिर ऊ बनस्थली बिद्यापीठ में पढ़ली। एमए आ एलएलबी के डिग्री ऊ दिल्ली विश्वविद्यालय के इंद्रप्रस्थ कॉलेज आ मिरांडा हाउस से लिहली। बनस्थली बिद्यापीठ से उनके 2010 में डाक्टरेट के मानद उपाधि भी मिलल।[3][4]
मीरा कुमार वकालत पास हई बाकी उनके खुद के कहनाम बा कि ऊ वकालत करे कचहरी कबो ना गइली।[2] साल 1985 में ऊ पहिली बेर उत्तर प्रदेश के बिजनौर से चुनाव लड़ली आ सांसद बनली।[2] 1990 में कांग्रेस कार्यकारणी के सदस्य बनली आ 1996, 1998 आ 2004 में सांसद बनली। 2004 में गठित मंत्रिमंडल में उनके सामाजिक न्याय मंत्री बनावल गइल।
साल 2009 में गठित लोग सभा में इनका निर्बिरोध स्पीकर चुनल गइल आ भारतीय संसद के पहिली महिला स्पीकर बनली आ साल 2014 ले एह पद पर रहली।[2]
22 जून 2017 के एक ठो संजुक्त बैठक में विपक्ष के नेता लोग मीरा कुमार के 2017 के राष्ट्रपति चुनाव खातिर उमेदवार के रूप में चुनल। बैठक में शरद पवार इनका नाँव के प्रस्ताव कइलें आ मायावती इनके समर्थन कइली।[5] मीरा कुमार 27 जून के आपन पर्चा भरिहें। एह चुनाव खातिर उनके प्रतिद्वंदी रामनाथ कोविंद होखिहें जिनके केंद्र में सत्ताधारी पक्ष आपन उमेदवार बनावल। 20 जुलाई के चुनाव के रिजल्ट घोषित भइल, एह चुनाव में रामनाथ कोविंद बिजई रहलें।
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