पच्छिमी ज्योतिष में राशि सभ 30 डिग्री के बारह गो खंड भा सेक्टर हवें जे पृथ्वी के चारों ओर सूर्य के भ्रमण (जैसन ई पृथ्वी से देखलाई पड़े ला) के रस्ता भा क्रांतिवृत्त (एलिप्टिक) पर 360 डिग्री के कक्षा बनावे लें। राशि सभ के गिनती बसंत के पहिला दिन से होला, जेकरा के मेष राशि के पहिला बिंदु के नाँव से जानल जाला, जवन वसंत विषुव हवे। राशि मेष, वृषभ राशि, मिथुन राशि, कर्क राशि, सिंह राशि, कन्या राशि, तुला राशि, वृश्चिक राशि, धनु राशि, मकर राशि, कुंभ राशि, आ मीन राशि बाड़ीं। पच्छिमी राशि के उत्पत्ती बेबिलोन ज्योतिष से भइल, आ बाद में हेलेनिस्टिक संस्कृति से प्रभावित भइल। हर राशि के नाँव एगो नक्षत्र के नाँव पर रखल गइल जेकरा से सूरज सालाना आसमान पार करत समय गुजरत रहे। सरलीकृत आ लोकप्रिय सूर्य राशि ज्योतिष में एह अवलोकन पर जोर दिहल गइल। सदियन के समय के दौरान, पृथ्वी के अक्षीय प्रीसेसन के कारण, पाश्चात्य ज्योतिष के राशि सभ ओह नक्षत्र सभ के संरेखण से बाहर हो गइल बाड़ें जिनहन के आधार पर इनहन के नाँव रखल गइल रहल[1] जबकि हिंदू ज्योतिष के नापजोख एह बदलाव खातिर सही बा काहें कि भारतीय सिस्टम में अयन चलन खातिर सुधार कइल जाला।[2] ज्योतिष (अर्थात आकाशीय रूप पर आधारित ओमिना के सिस्टम) के बिकास चीनी आ तिब्बती संस्कृति सभ में भी भइल बाकी ई राशिचक्र पर आधारित ना होलें बलुक पूरा आकाश से संबंधित बाड़ें।
ज्योतिष एगो छद्म विज्ञान ह।[3] सैद्धांतिक आधार के वैज्ञानिक जांच आ दावा के प्रयोगात्मक सत्यापन [4] से पता चलल बा कि एकर कवनो वैज्ञानिक वैधता भा व्याख्यात्मक शक्ति नइखे। व्यक्तित्व के लक्षण आ जन्म के महीना के बीच के प्रतीत होखे वाला सहसंबंध के अउरी व्यावहारिक व्याख्या मौजूद बा, जइसे कि मनुष्य में मौसमी जन्म के प्रभाव।
ज्योतिष के अनुसार, आकाशीय घटना सभ के संबंध " ऊपर के रूप में, एतना नीचे " के सिद्धांत पर मानव गतिविधि से होला, जेवना से चिन्ह सभ के अभिव्यक्ति के बिसेसता वाला तरीका सभ के प्रतिनिधित्व करे वाला मानल जाला। [5] वैज्ञानिक खगोल बिज्ञान में 19वीं सदी ले ग्रहन के रस्ता भा क्रांतिवृत्त (एलिप्टिक) के ओही सेक्टर सभ के इस्तेमाल भइल जे पच्छिमी ज्योतिष में कइल गइल।
पाश्चात्य ज्योतिष हेलेनिस्टिक ज्योतिष के सीधा निरंतरता हवे जे 2वीं सदी में टोलेमी के टेट्राबिब्लोस में दर्ज बा। बदले में हेलेनिस्टिक ज्योतिष कुछ हद तक बेबिलोन के परंपरा के अवधारणा पर आधारित रहल। खास तौर पर, ग्रह सभ के भ्रमण के रस्ता (क्रांति पथ) के बारह गो बराबर क्षेत्र में बिभाजन एगो बेबिलोन के अवधारणागत निर्माण हवे। [6] क्रांति पथ के ई बिभाजन बेबिलोन के "आदर्श कैलेंडर" से पैदा भइल जे पुरान संक्षिप्त एमयूएल में पावल जाला। बेबिलोन के चंद्र कैलेंडर के साथ एकर संयोजन, एपीआईएन.एमयूएल में "चंद्रमा के रास्ता" के रूप में देखावल गइल। एक तरह से राशि चक्र एगो आदर्श चंद्र कैलेंडर के आदर्शीकरण हवे।
नीचे दिहल सारणी में बारह गो ज्योतिषीय राशि सभ के अनुमानित तिथि के साथे-साथ हर राशि के शास्त्रीय[7] आ आधुनिक[8] शासन भी देखावल गइल बा। परिभाषा के हिसाब से मेष राशि के शुरुआत मेष राशि के पहिला बिंदु से होला जवन मार्च के विषुव पर सूर्य के लोकेशन से परिभाषित होखे ला। विषुव के सटीक तिथि साल दर साल अलग-अलग होला बाकी हमेशा 19 मार्च से 21 मार्च के बीच होला। एकर नतीजा मेष राशि के शुरू होखे के तारीख होखेला अउरी एहीसे बाकी सभ राशि के शुरुआत के तारीख में साल दर साल तनिका बदलाव हो सकता। निम्नलिखित पाश्चात्य ज्योतिष तालिका में आकाशीय देशांतर के बारह गो बिभाजन सभ के लैटिन नाँव सभ के साथ गिनल गइल बा। देशांतर भा रेखांश के अंतराल, के पहिला अंत बिंदु भा पात ( a ) खातिर बंद आ दूसरा ( b ) खातिर खुला मानल जाला – उदाहरण खातिर, देशांतर के 30° वृषभ राशि के पहिला बिंदु हवे, मेष राशि के हिस्सा ना हवे। खगोलीय रचना सभ में चिन्ह सभ के जगह कबो-कबो चिन्ह सभ के नंबर 0 से 11 ले दिहल जाला।
राशि | ग्लौस | चीन्हा | युनिकोड कैरेक्टर | मोटामोटी सुरुज राशि के तारीख | क्रांति रेखांश (a ≤ λ < b) |
घर (भाव) | पोलारिटी | मोडालिटी | ट्रिप्लिसिटी | उत्तरी गोलार्ध के सीजन | दक्खिनी गोलार्ध के सीजन | आधुनिक स्वामी | परंपरागत स्वामी |
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मेष (Aries) | भेड़ा भा बकरा | ♈︎ | मार्च 21 – अप्रैल 19 | 0° to 30° | 1 | Positive | Cardinal | Fire | Spring | Autumn | मंगल | ||
वृषभ (Taurus) | बैल | ♉︎ | अप्रैल 20 – मई 20 | 30° to 60° | 2 | Negative | Fixed | Earth | Spring | Autumn | शुक्र | ||
मिथुन (Gemini) | जोड़ा | ♊︎ | मई 21 – जून 21 | 60° to 90° | 3 | Positive | Mutable | Air | Spring | Autumn | बुध | ||
कर्क (Cancer) | खेखड़ा | ♋︎ | जून 22 – जुलाई 22 | 90° to 120° | 4 | Negative | Cardinal | Water | Summer | Winter | चंद्र | ||
सिंह (Leo) | सिंह (बब्बर शेर) | ♌︎ | जुलाई 23 – अगस्त 22 | 120° to 150° | 5 | Positive | Fixed | Fire | Summer | Winter | सूर्य | ||
कन्या (Virgo) | कन्या (लड़िकी) | ♍︎ | अगस्त 23 – सितंबर 22 | 150° to 180° | 6 | Negative | Mutable | Earth | Summer | Winter | बुध | ||
तुला (Libra) | तरजूई (तराजू) | ♎︎ | सितंबर 23 – अक्टूबर 22 | 180° to 210° | 7 | Positive | Cardinal | Air | Autumn | Spring | शुक्र | ||
वृश्चिक (Scorpio) | बिच्छी | ♏︎ | अक्टूबर 23 – नवंबर 22 | 210° to 240° | 8 | Negative | Fixed | Water | Autumn | Spring | प्लूटो (भा) | मंगल | |
धनु (Sagittarius) | धेनुहीं लिहले सेंटॉर | ♐︎ | नवंबर 23 – दिसंबर 21 | 240° to 270° | 9 | Positive | Mutable | Fire | Autumn | Spring | बृहस्पति | ||
मकर (Capricorn) | बकरी | ♑︎ | दिसंबर 22 – जनवरी 19 | 270° to 300° | 10 | Negative | Cardinal | Earth | Winter | Summer | शनि | ||
कुंभ (Aquarius) | घड़िला भा पानी भरे वाला | ♒︎ | जनवरी 20 – फरवरी 18 | 300° to 330° | 11 | Positive | Fixed | Air | Winter | Summer | यूरेनस | शनि | |
मीन (Pisces) | मछरी | ♓︎ | फरवरी 19 – मार्च 20 | 330° to 360° | 12 | Negative | Mutable | Water | Winter | Summer | नेपच्यून | बृहस्पति |
बारह गो चिन्ह सभ के गोलाकार पैटर्न में रखल जाला, जेह से अलग-अलग दार्शनिक रूप से ध्रुवीकृत गुण सभ से संबंधित बिरोध सभ के पैटर्न बने ला। आमतौर पर पच्छिमी ज्योतिष में आग आ हवा के तत्व सभ के बिपरीत 180 डिग्री होला आ साथ ही साथ पृथ्वी आ पानी के तत्व सभ के बिपरीत भी। [9] ज्योतिष के सभ सिस्टम सभ में चार गो तत्व ना होलें, खासतौर पर सेफर येत्जिरा में कौनों केंद्रीय ईश्वरीय स्रोत से निकले वाला खाली तीन गो तत्व सभ के वर्णन कइल गइल बा। [10] बसंत के चिन्ह शरद ऋतु के चिन्ह के विपरीत होला, जाड़ा के चिन्ह गर्मी के चिन्ह के विपरीत होला आ एही तरीका से एक दुसरे के उल्टा इनहन के ब्यवस्था होखे ला। [11] [12] [13] [14]
भारतीय ज्योतिष में पांच तत्व बतावल गइल बाड़ें: आग, पृथ्वी (जमीन), हवा, पानी, आ आकाश (व्योम चाहे ईथर)। आग के स्वामी मंगल हवे जबकि बुध जमीन के, शनि हवा के, शुक्र पानी के अउरी बृहस्पति ईथर के स्वामी हवे।
ज्योतिष में बारह गो राशि के मान्यता दिहल जाला, [15] जे पाश्चात्य ज्योतिष में मिले वाला राशि से मेल खाला। तत्वन से संबंध के मामिला में दुनों सिस्टम एके जइसन बाड़ें।
अंग्रेजी | संस्कृत[16] | शुरू | निरूपन | तत्व | गुण | स्वामी |
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एरिस | मेष, meṣa | 0° | ram | fire | movable (chara) | मंगल |
टारस | वृषभ, vṛṣabha | 30° | bull | earth | fixed (sthira) | Venus |
जेमिनी | मिथुन, mithuna | 60° | twins | air | dual (dvisvabhava) | Mercury |
कैंसर | कर्क, karka | 90° | crab | water | movable | चंद्रमा |
लियो | सिंह, siṃha | 120° | lion | fire | fixed | सुरुज |
वर्गों | कन्या, kanyā | 150° | virgin girl | earth | dual | Mercury |
लिब्रा | तुला, tulā | 180° | balance | air | movable | शुक्र |
स्कोर्पियो | वृश्चिक, vṛścika | 210° | scorpion | water | fixed | Mars |
सैजीटारस | धनुष, dhanuṣa | 240° | bow and arrow | fire | dual | बृहस्पति |
कैप्रिकोर्न | मकर, makara | 270° | crocodile | earth | movable | शनि |
एक्वेरियस | कुम्भ, khumba | 300° | water-bearer | air | fixed | शनि |
पिसीज | मीन, mīna | 330° | fishes | water | dual | बृहस्पति |
नक्षत्र या चंद्र मंडल के रूपक में आकाश के 27 गो बिभाजन सभ में से एगो हवे जेकर पहिचान प्रमुख तारा (तारक सभ) द्वारा कइल गइल बा।, जइसन कि हिंदू खगोलबिद्या आ ज्योतिष में इस्तेमाल होला।[17] संस्कृत, कन्नड़, तुलू आ तमिल आ प्राकृत में भी "नक्षत्र", एह तरीका से खुद तारा सभ के संदर्भ देला।
There is widespread agreement for instance that creationism, astrology, homeopathy, Kirlian photography, dowsing, ufology, ancient astronaut theory, Holocaust denialism, Velikovskian catastrophism, and climate change denialism are pseudosciences.