विक्रम सम्वत (हिंदी: विक्रम सम्वत्) (लघु रूप वि.स. (या विस) या बि.स. (या बिस)); सुनीं (मदद·जानकारी)) एगो हिन्दू पंचांग ह जवना के प्रयोग नेपाल आ कुछ भारतीय राज्य में होखेला। नेपाल में ई पंचांग राष्ट्रीय पंचांग के रूप में प्रयोग होखेला, अन्य हिन्दू पंचांग लेखा ई पंचांग भी चाँद पर आधारित बा। ई पंचांग में चाँद के आधार पर महिना के गणना आ सूरज के आधार पर साल के गणना होखेला।
गणना के आधार पर विक्रम सम्वत पंचांग ग्रेगोरियन कलेंडर से 56.7 साल आगे बा। उदहारण के तौर पर विक्रम सम्वत 2076 साल ग्रेगोरियन साल 2016 ई0 में शुरू होत बा आ 2017 ई0 में खतम होत बा।
नया साल के शुरुआत बैशाख महीना के पहिला दिन से शुरू होखेला जवन कि ग्रेगोरियन कलेंडर के अनुसार अप्रिल-मई में पड़ेला। नया साल के पहिला दिन बड़ा हि श्रद्धा भाव आ इतिहासी आनंदोत्सव के साथ मनावल जायेला। नया साल के पहिलका दिन भक्तपुर में बिस्केट यात्रा के साथ शुरू होला।
मानल जायेला कि विक्रम सम्वत पंचांग के शुरुआत भारतीय दिग्गज राजा विक्रमादित्य के द्वारा भइल रहल। बहुत लोग के द्वारा मानल जायेला कि विक्रमादित्य एगो इतिहासी चरित्र रहलन या एगो विशुद्ध कल्पित पात्र। [1][2] नेपाल के राणा शासक लोग ई पंचांग के आपन अधिकृत पंचांग बनवले लोग। भारत में शक सम्वत जवन विक्रम सम्वत के पुनः निर्मित रूप ह के अधिकृत पंचांग बनावल गइल, यद्यपि भारत के संविधान के प्रस्तावना के हिंदी संस्करण में संबिधान के अधिग्रहण के तिथि 26 नवंबर 1949 विक्रम सम्वत (मार्गशीष शुक्ल सप्तमी सम्वत 2006) में कहल गइल बा कि विक्रम सम्वत के जगह शक सम्वत के भारत के अधिकृत पंचांग मानल जाई।[3]
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