वैशेषिक

वैशेषिक दर्शन, भारतीय दर्शन सभ में एक ठो दर्शन हवे। एकर मूल व्याख्याता आ सूत्रकार ऋषि कणाद के मानल जाला। ई सुरू में एक ठो स्वतंत्र दर्शन रहल बाकी बाद में न्याय दर्शन के साथ एकरे समानता के कारन अब दुन्नो के एक्के साथ पढ़ल जाला।