सुपरमून (अंग्रेजी: Supermoon) (शाब्दिक अरथ: बिसाल चंद्रमा, बड़का चंद्रमा) एक ठो खगोलीय घटना हवे जेह में चंद्रमा के पृथिवी से सभसे नजदीकी स्थिति आ पुर्नवासी दुन्नों एकही साथ पड़े ला आ एही से चंद्रमा आम पुर्नवासी के दिन सभ के तुलना में बड़ा आकार के आ ढेर चमकदार लउके ला।[1] एकर तकनीकी नाँव पृथ्वी-चंद्र सिस्टम के पेरीजी-सिजिगी हवे। "सुपरमून" शब्द कौनों खगोलशास्त्रीय शब्द ना हवे बलुक ई आधुनिक ज्योतिष के दिहल शब्द हवे[2] चंद्रमा के खिंचाव से पृथ्वी के समुंदरी हिस्सा के साथ-साथ चट्टानी हिस्सा में भी ज्वार आवे के बिचार एह तरह के सुबहा के कारण भी बने लें कि सुपरमून के घटना के समय भूकंप के घटना में बढ़ती होले, हालाँकि, अइसन बात के कौनों मजबूत प्रमाण अभिन ले नइखे मिलल।[3]
एकरे उल्टा जवन स्थिति होले, मने कि एपोजी-सिजिगी, ओकरा के माइक्रोमून (लघु चंद्र) कहल जाला[4] हालाँकि ई शब्द बहुत प्रचलन में नइखे।
कबो-कबो सुपरमून आ चंद्रग्रहण के स्थति भी एकही साथ हो जाला। एहू में कब्बो-कबो त पूरा चंद्रग्रहण के भी। साल 2015 के सितंबर में 27-28 तारीख के लागल चनरगरहन अइसने रहल, अगिला अइसन स्थिति साल 2033 में फिर होखी।[5] सभसे हाल में सुपरमून के स्थिति 13-14 नवंबर, 2016 के रात के बनल रहल।
चंद्रमा पृथ्वी के परिकर्मा करत समय चपटापन लिहले वृत्त (अंडाकार या एलिप्स) के मार्ग पर चले ला आ एही से पृथ्वी से एकर दूरी 357,000 किलोमीटर (222,000 मील) आ 406,000 किमी (252,000 मील) के बीच बदलत रहे ले (इहाँ पृथ्वी आ चंद्रमा के केंद्र के बीच के दूरी बतावल गइल बा)।[6][7][8] पृथ्वी के नजदीकी बिंदु पर रहला के पेरीजी आ दूरतम बिंदु पर रहला के एपोजी कहल जाला।
एही कारण, जब पुर्नवासी होला आ चंद्रमा पूरा गोल रूप में आकाश में लउके ला आ ओही समय पेरीजी के स्थिति भी होला तब तुलनात्मक रूप से एपोजी के पड़े वाली पुर्नवासी के तुलना में चंद्रमा 14% तक ले ढेर बड़हन साइज के लउके ला आ 30% तक ले एकरा चमक में इजाफा देखे के मिले ला।[9]
ई शब्द सुपरमून (SuperMoon) रिचार्ड नोल (Richard Nolle) नाँव के एक ठो ज्योतिषी द्वारा 1979 में ईजाद कइल गइल। आ एकर परिभाषा दिहलें कि:
...a new or full moon which occurs with the Moon at or near (within 90% of) its closest approach to Earth in a given orbit (perigee). In short, Earth, Moon and Sun are all in a line, with Moon in its nearest approach to Earth.[10]
नोल के ईहो कहनाम रहल की चंद्रमा पृथ्वी पर जियोफिजिकल खिंचाव भी डाले ला जब सुपरमून के स्थिति होले। हालाँकि, ऊ ई कब्बो ना बतवलें कि 90% के आंकड़ा कहाँ से आ काहें चुनल गइल।[2]
बैज्ञानिक आ खगोलशास्त्री लोग सुपरमून शब्द के प्रयोग ना करे ला बलुक एकरा के पेरीजी-सिजगी या पेरीजी-फुल मून/न्यू मून के नाँव से पुकारे ला।[11]
चंद्रमा आ सुरुज के संजुक्त खिंचाव के परिणाम होला, ज्वारभाटा,[12] आ एकर मजबूती सबसे ढेर होला जब कभी पुर्नवासी या अमौसा के स्थिति होला।[13] चंद्रमा के नजदीकी स्थिति, पेरीजी, के समय ज्वार ले आवे वाला बल के परभाव भी कुछ ढेर पड़े ला,[14] जवना के पेरिजियन स्प्रिंग टाइड कहल जाला। हालाँकि, एकर अधिकतम परभाव भी समुंद्र तल में ज्वारभाटा के कारण होखे वाला उतार चढ़ाव में कुछेक इंच भर के अंतर ले आ पावेला।[15]
ज्वारीय बल, न्यूटन के इनवर्स क्यूब नियम के पालन जरूर करे ला आ एही से ई औसत से 19% तक कम-बेसी होला लेकिन ई कौनों डाइरेक्ट परभाव के रूप में ना बदले पावेला आ ज्वार के मात्र पर एही अनुपात में एकर परभाव ना पड़े ला।[प्रमाण देईं]
ई दावा जरूर कइल गइल बाटे की 19 मार्च 2011 में सुपरमून के समय आइल ज्वार में यूके में पाँच गो जहाज बूड़ गइल,[16] बाकि एह दावा के सही साबित करे वाला कौनों परमान नइखे मिलल।
मीडिया द्वारा अइसन सुबहा बतावल गइल बा कि कुछ प्राकृतिक आफत, जइसे कि 2011 के तोहोकू भूकंप आ सुनामी, भारत के 2004 के भूकंप आ सुनामी वगैरह के कारण सुपरमून से जुड़ल बा आ ई घटना सभ ओही एक-दू हप्ता के बीच भइल जब सुपरमून के स्थिति रहल।[17][18] हालाँकि, कि अइसन कौनों प्रमाण नइखे मिलल जवना से ई साबित हो सके कि बड़हन भूकंप सभ आ सुपर मून में कौनों संबंध बाटे।[19][20][21]
अंग्रेजी विक्शनरी में सुपरमून खातिर देखीं। |
विकिमीडिया कॉमंस पर संबंधित मीडिया सुपरमून पर मौजूद बा। |