अली बाबा | |
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चित्र:Alibaba (1940).jpg अली बाबा का दिसम्बर 1939 में | |
निर्देशक | महबूब ख़ान |
लेखक |
बाबूभाई मेहता ज़िया सरहदी |
निर्माता | सागर |
अभिनेता |
सुरेन्द्र सरदार अख्तर वहीदान बाई |
छायाकार | फ़रेदूँन ईरानी |
संपादक | शंसुद्दीन कादरी |
संगीतकार | अनिल बिस्वास |
निर्माण कंपनी |
सागर |
प्रदर्शन तिथि |
1940 |
लम्बाई |
156 मिनट |
देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
अली बाबा एक भारतीय हिन्दी फ़िल्म है, जिसका निर्देशन महबूब ख़ान ने किया है। इस फ़िल्म के संगीतकार अनिल बिसवास थे।[1] और इसके गाने के बोल सफदर आह ने लिखे थे।[2] यह फ़िल्म इसी शीर्षक के साथ पंजाबी भाषा में भी अनुवादित हुई थी।[3] इसमें मुख्य किरदार में सुरेन्द्र, सरदार अख्तर, ग़ुलाम मोहम्मद और वहीदान बाई थे।[4]
यह कहानी अली बाबा की कहानी पर आधारित है। जिसमें अली बाबा को खुल जा सिमसिम नामक एक वाक्य से एक गुफा का द्वार खुल जाता है।