खस/खसिया/पर्वतिया/पर्वते/पहाडी/गोर्खाली | |
---|---|
कुल जनसंख्या | |
३४ मिलियन (विश्व भर)[उद्धरण चाहिए] | |
विशेष निवासक्षेत्र | |
नेपाल | |
भारत | |
भाषाएँ | |
खस भाषा तथा क्षेत्रीय बोली (e.g. डोटेली भाषा) नेपालमें; कुमाऊंनी and गढ़वाली उत्तराखंडमें, पश्चिमी पहाड़ी बोलीयां हिमाचल प्रदेश, कश्मिर, सिक्किम, असम और म्यान्मार में | |
धर्म | |
ज्यादातर हिन्दु | |
सम्बन्धित सजातीय समूह | |
पहाड़ी लोग, कुमाऊँनी लोग, गढ़वाली लोग, अन्य हिन्द-आर्य लोग |
खस लोग या खस आर्य[nb 1] (नेपाली: खस आर्य) एक हिन्द-आर्य[11] भाषिक जातिय समुह जो वर्तमान भारतीय उपमहाद्वीप के नेपाल तथा कुमाऊं, गढ़वाल एवं हिमाचल प्रदेशमें रहते है । खस लोग, खस भाषा एवं अन्य स्थानीय भाषाएँ बोलते हैं।
नेपाल के संविधान का अनुसार, 'खस' बाहुन (ब्राह्मण), क्षेत्री, ठकुरी, और सन्यासी लोग ही है ।[12] खस दलितों को खस की दर्जा नहीं दिया गया है ।
ये कदाचित् उस प्राचीन खस लोगों की वंशज है, जिसका उल्लेख महाभारत, पुराण एवं अन्य साहित्य में मिलता है। प्राचीनकाल में खसों ने कश्मीर की सीमा से लेकर नेपाल पर्यन्त हिमालय के निचले भाग पर अधिकार कर लिया था (देखिए, लोहार राजवंश)। उस कारण कुमायूँ प्रदेश को 'खस देश' भी कहते है। मूल खस और अन्य स्थानीय लोगों के पारस्परिक सामाजिक आदान प्रदान के फलस्वरूप खस जाति ने रूप धारण किया। खस राजपूत लोगोनें उत्तराखण्डमें शासन किया हुआ इतिहास हैं। [13] [