गोहद Gohad | |
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निर्देशांक: 26°26′N 78°26′E / 26.43°N 78.44°Eनिर्देशांक: 26°26′N 78°26′E / 26.43°N 78.44°E | |
ज़िला | भिंड ज़िला |
प्रान्त | मध्य प्रदेश |
देश | भारत |
जनसंख्या (2011) | |
• कुल | 45,194 |
भाषाएँ | |
• प्रचलित | हिन्दी |
समय मण्डल | भारतीय मानक समय (यूटीसी+5:30) |
गोहद (Gohad) भारत के मध्य प्रदेश राज्य के भिंड ज़िले में स्थित एक नगर है।[1][2] गोहद भिंड जिले की तहसील है।
गोहद एक एतिहासिक स्थान है। यहाँ पर राणाओं का शासन रहा है। इनमें जाट महाराजा भीम सिंह राणा जी काफी प्रसिद्ध रहे हैं। यहाँ पर राणा (जाट) राजाओं द्वारा निर्मित अनेक एतिहासिक भवन हैं। इन गोहद के राणाओं ने मराठा सरदारों को समय समय पर अच्छी टक्कर दी।
गोहद, जिला भिंड मध्य प्रदेश, ग्वालियर के उत्तर-पूर्व की ओर है। 18 वीं सदी में यह जाट रियासत थी. इसके पूर्व की ओर ग्वालियर रियासत, पश्चिम में काली सिंध, उत्तर में यमुना और दक्षिण में सिरमौर की पहाड़ियां हैं। गोहद नरेशों तथा मराठों में बराबर लड़ाई-झगड़ा बना रहता था। 1765 ई. में गोहाद नरेश छत्रसाल ने होलकर का डटकर सामना किया था। गोहद में उत्तरमध्यकालीन इमारतों के ध्वंसावशेष स्थित हैं।[3]
गोहद का किला[4]- ग्वालियर से सिर्फ 45 किमी दूर यह किला यहां आने वाली सैलानियों के बीच काफी ज्यादा लोकप्रिय है। गोहद का किला 1505 में शासक राणा सिंघांदेव द्वितीय द्वारा बनाया गया था, लेकिन इसका पूरा निर्माण जिसे बाद के शासको ने पूरा किया। यह किला जाट शासकों के शौर्य का प्रतीक है। यह एक गोलाकार किला है जिसे रणनीतिक कारणों से बनाया गया था। दिलचस्प बात यह है कि इस किले में 11 द्वार हैं, और प्रत्येक का नाम स्थानीय गांव के नाम पर रखा गया है।[5]
प्रमुख विद्यालय
प्रमुख महाविद्यालय
ग्राम पचायतों की सूची।[6]