प्यार इश्क और मोहब्बत | |
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प्यार इश्क और मोहब्बत का पोस्टर | |
निर्देशक | राजीव राय |
लेखक |
राजीव राय शब्बीर बॉक्सवाला |
निर्माता | गुलशन राय |
अभिनेता |
सुनील शेट्टी, आफ़ताब शिवदासानी, अर्जुन रामपाल, कीर्ति रेड्डी |
संपादक | राजीव राय |
संगीतकार | विजू शाह |
वितरक | त्रिमूर्ति फ़िल्म्स |
प्रदर्शन तिथियाँ |
3 अगस्त, 2001 |
देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
प्यार इश्क और मोहब्बत 2001 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। यह राजीव राय द्वारा लिखित और निर्देशित तथा त्रिमूर्ति फिल्म्स के बैनर तले गुलशन राय द्वारा निर्मित है। यह फिल्म 3 अगस्त 2001 को जारी हुई थी। इससे अर्जुन रामपाल को फिल्मों में उतारा गया था। साथ ही इसमें सुनील शेट्टी, आफ़ताब शिवदासानी, कीर्ति रेड्डी ने अभिनय किया था।[1]
यह फिल्म अर्जुन रामपाल को पेश करने और उन्हें बॉलीवुड में पहली बार मुख्य अभिनेता के रूप में उतारने के लिए उल्लेखनीय है।[2] फिल्म की पटकथा हॉलीवुड फिल्म देयर इज समथिंग अबाउट मैरी (1998) पर आधारित है।
यश सभरवाल (सुनील शेट्टी) एक उद्यमी अरबपति है जो व्यापारिक रणनीति में माहिर है। वह प्रतिभाशाली और प्यारी ईशा नायर (कीर्ति रेड्डी) से प्रभावित हो जाता है। वह एक होशियार मेडिकल छात्रा है और उसकी प्रतिभा उसे एडवांस रिसर्च के लिए स्कॉटलैंड ले जाती है। यश उसे छात्रवृत्ति देकर विदा करता है। वह गौरव सक्सेना (अर्जुन रामपाल) को उसके साथ स्कॉटलैंड जाने के लिए कहता है। उसका काम है ईशा को यश से प्यार करवाना। स्कॉटलैंड में, ताज भारद्वाज (आफ़ताब शिवदासानी) ईशा के प्यार में पागल हो जाता है। ताज शाही ठाठ-बाट में जन्मा और पला-बढ़ा है। जब गौरव ईशा के जीवन में आता है, तो दोनों एक दूसरे से प्यार करने लगते हैं। जब यश को इस बारे में पता चलता है, तो वह गौरव से कहता है कि वह जाकर ईशा का दिल तोड़ दे। गौरव फिर माया ढिल्लों (मोनिका बेदी) का इस्तेमाल करके उसके साथ झूठा संबंध बनाता है। जब ईशा गौरव और माया को साथ देखती है, तो वह उससे नफरत करने लगती है। ईशा की ज़िंदगी से बाहर जाने के लिए यश गौरव को £1 बिलियन का इनाम देता है। लेकिन गौरव को एहसास होने लगता है कि वह ईशा के बिना नहीं रह सकता क्योंकि वह उससे सच्चा प्यार करता है। वह यश को पैसे लौटा देता है। वह माया को बताता है कि उसने उससे कभी प्यार नहीं किया। माया ईशा से मिलती है और उसे बताती है कि गौरव उससे बहुत प्यार करता था लेकिन उसने यश के लिए अपने प्यार का त्याग कर दिया। ईशा गौरव को माफ कर देती है और अब भी उससे प्यार करती है।
हालाँकि, ईशा के माता-पिता उसकी सगाई ताज से तय कर देते हैं और ईशा को अपने माता-पिता को खुश करने के लिए सहमत होना पड़ता है। ईशा की दोस्त रुबैना आलम (ईशा कोपिकर) यश को सगाई में आमंत्रित करती है। यश ताज और ईशा की सगाई तोड़ने का फैसला करता है। भारद्वाज (दलीप ताहिल) गौरव को देखते हैं और उससे पूछते हैं कि वह क्यों आया है। गौरव अपनी और ईशा की तस्वीरें लेकर भागने की कोशिश करता है लेकिन ताज उसे रोक लेता है। स्थिति और खराब हो जाती है और तस्वीरें फर्श पर गिर जाती हैं। भारद्वाज तस्वीरें देखते हैं और गौरव को गोली मारने की कोशिश करते हैं। लेकिन यश आता है और गौरव को बचाता है। ईशा के माता-पिता उससे पूछते हैं कि वह वास्तव में किससे प्यार करती है। ईशा रोने लगती है और सभी को बताती है कि वह अपनी मर्जी से ताज से शादी कर रही है। भारद्वाज ईशा के माता-पिता से कहते हैं कि वे उस पर दबाव न डालें और उससे उसकी असली पसंद के बारे में पूछें। ईशा अपने माता-पिता से कहती है कि वह गौरव से प्यार करती है। ईशा और गौरव की सगाई तय हो जाती है। नतीजतन, गौरव ही अपने सच्चे प्यार में सफल होता है। यश और ताज असफल हो जाते हैं। लेकिन गौरव ताज की सगाई माया से और यश की माँ उसकी सगाई रुबैना से तय कर देती है। इसलिए, तीनों जोड़े खुशी-खुशी रहने लगते हैं। अंत में ईशा के लिए गौरव का प्यार जीत जाता है।
सभी गीत आनन्द बक्शी द्वारा लिखित; सारा संगीत विजू शाह द्वारा रचित।
क्र॰ | शीर्षक | गायक | अवधि |
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1. | "अपनी यादों को" | शान | 4:46 |
2. | "चाँद हो" | अलका यागनिक, सोनू निगम | 5:19 |
3. | "दोनों तरफ" | कुमार सानु, कविता कृष्णमूर्ति, राकेश पंडित | 6:17 |
4. | "जब तुझे मैंने" | उदित नारायण, साधना सरगम | 5:49 |
5. | "मैं बेवफ़ा" | कुमार सानु | 4:35 |
6. | "प्यार इश्क और मोहब्बत" | उदित नारायण, अलका यागनिक | 5:35 |
7. | "प्यार इश्क और मोहब्बत (II)" | शान, साधना सरगम | 5:09 |
8. | "तुम लाख छुपे हो" | हरिहरन, जानकी | 6:14 |
वर्ष | नामित कार्य | पुरस्कार | परिणाम |
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2002 | अर्जुन रामपाल | फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ पर्दापण पुरस्कार — पुरुष | नामित |