प्रतिमा देवी | |
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जन्म |
१८९३ भारत |
मौत |
१९६९ |
राष्ट्रीयता | बंगाली लोग/भारतीय |
प्रसिद्धि का कारण | चित्रकार |
प्रतिमा देवी (१८९३-१९६९) एक भारतीय बंगाली कलाकार थी, जो रवींद्रनाथ टैगोर के सहयोग से प्रसिद्ध थी।[1] प्रतिमा टैगोर ने चित्रकार कला का अध्ययन नंदलाल बोस और उनके ससुर रवींद्रनाथ टैगोर के तहत किया।[2] रवीन्द्रनाथ ने उन्हने कलात्मक कला करते रहने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने १९१५ के बाद से, टागोरस द्वारा संचालित ओरिएंटल आर्ट की इंडियन सोसायटी में अपना कार्य प्रदर्शित किया।[3] फिर वह पेरिस चली गई, जहां उन्होंने इतालवी "गीला फ़्रेस्को" विधि का अध्ययन किया।[3] भारत में, वह शांतिनिकेतन में रवींद्रनाथ टैगोर द्वारा स्थापित नृत्य विद्यालय में नृत्य पाठ्यक्रम के प्रभारी थी।[4]
प्रतिमा देवी का जन्म भारत और पाकिस्तान के विभाजन से पहले १८९३ में हुआ था।[5] उनका बाल विवाह हुआ नीलनत मुखोपाध्याय से। जब मुखोपाध्याय की मृत्यु हो गई, रवींद्रनाथ टैगोर ने अपने बेटे, रथिंद्रनाथ टैगोर से प्रतिमा का विवाह किया जब वह १७ वर्ष की थी। दोनों की एक बच्ची थी जो गोद लिए हुए थी। १९४१ में रवींद्रनाथ टैगोर की मौत के बाद उन्होंने तलाक ले लिया। प्रतिमा की १९६९ में मृत्यु हो गई।