मोदीनगर Modinagar | |
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लक्ष्मीनारायण मंदिर, जो मोदी मंदिर भी कहलाता है | |
निर्देशांक: 28°49′41″N 77°34′08″E / 28.828°N 77.569°Eनिर्देशांक: 28°49′41″N 77°34′08″E / 28.828°N 77.569°E | |
ज़िला | ग़ाज़ियाबाद ज़िला |
राज्य | उत्तर प्रदेश |
देश | भारत |
जनसंख्या (2011) | |
• कुल | 1,30,325 |
भाषाएँ | |
• प्रचलित | हिन्दी |
समय मण्डल | भारतीय मानक समय (यूटीसी+5:30) |
पिनकोड | 201204 |
दूरभाष कोड | 01232 |
वाहन पंजीकरण | UP14 |
वेबसाइट | www.nppmodinagar.com |
मोदीनगर (Modinagar) भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के ग़ाज़ियाबाद ज़िले में स्थित एक नगर है।[1][2]
मोदीनगर की स्थिति २६.८६ उत्तर अक्षांश एवं ८०.९१ पूर्व रेखांश में है। यह शहर गाजियाबाद के उत्तर-पश्चिम में राष्ट्रीय राजमार्ग- ५८ (गाजियाबाद-देहरादून) पर मेरठ व गाजियाबाद के ठीक बीच में स्थित है। इससे लगा तीसरा शहर है हापुड़। राजमार्ग के समानांतर ही उत्तर रेलवे का दिल्ली-सहारनपुर रेल मार्ग भी जाता है। मोदीनगर से ही एक पक्की सड़क हापुड़ (२३ कि.मी) को भी जाती है। सन २०११की जनगणना[3] अनुसार, मोदीनगर की जनसंख्या १३०३२५ है, जिसमें से ५३%पुरुष एवं ४७% स्त्रियां हैं। मोदीनगर का औसत साक्षरता दर ८८.४३% है। यहां हिंदुओं की जनसंख्या लगभग ९३.०४% है।
इस शहर की स्थापना १९३३ में रायबहादुर गूजर मल मोदी ने यहां मोदी चीनी मिल के आरंभ से की थी।[4] इसका नाम अपने वंशनाम मोदी पर मोदीनगर बना कर रखा था। यहां मूलतः बेगमाबाद गाँव था, जिसका ५७१ एकड़ भाग अब इस कस्बे में आता है। बेगमाबाद की स्थापना नवाब ज़ाफर अली ने अपनी एक दिल्ली की बेगम के नाम पर की थी। इसका महत्व व मूल नाम मोदीनगर की औद्योगिक प्रगति के चलते समाप्त सा ही हो गया है। इसके साथ ही १९३९ में कोटोजेम वनस्पति और १९४० में साबुन उद्योग आरंभ किया। इस कंपनी के साबुन में खास बात यह थी, कि अबतक निर्मित साबुनों में चर्बी प्रयोग होती थी, किंतु गूजर मल जी के निर्देश पर पहली बार वनस्पति से पूर्ण हर्बल साबुन का निर्माण हुआ।[4] उसके बाद यहां १९४१ में टिन उद्योग तथा खाद्य पदार्थ उद्योग स्थापित हुए, जिसमें से खाद्य पदार्थों की आपूर्ति भारतीय सेना के लिए की जाती थी। १९४३ में यहां बिस्कुट फैक्ट्री लगाई गई। १९४४में मोती ऑयल मिल की स्थापना हुई। मोदीनगर में मोदी के उद्योगों में मुख्यतः चीनी, खाद्य तेल, कपड़ा (रेयॉन एवं रेशम सहित), साबुन, पेण्ट-रोगन, वार्निश, लालटेन, ग्लीसरीन, सूती धागे, कार्बन डाइ ऑक्साइड एवं आटा का उत्पादन होता है। रानी बाला बाई सिंधिया द्वारा बनवाया गया एक मंदिर, जो पूर्व बेगमाबाद में आता था, अब मोदीनगर के क्षेत्र में आता है। यह मोदीनगर पुलिस स्टेशन के सामने रुक्मिणी देवी कन्या इंटर कॉलिज के निकट बना हुआ है।
शहर में बड़े इंजीनियरी कॉलिज व प्रबंधन संस्थान हैं, जो मोदी उद्योग-गृह द्वारा १९८० के दशक में स्थापित किए गए थे सेंटर फॉर मैनेजमेंट डव्लेप्मेंट (सी एम डी और डॉ॰के.एन.मोदी इन्स्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी और के एन जी डी इंजीनियरिंग कॉलिज (के एन जी डी)। यहां और कई शैक्षणिक संस्थान भी चल रहे हैं, जैसे – एस आर एम इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी, यूनिक इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फाइन आर्ट्स (आई आई एफ ए) और इंजीनियरिंग कॉलिज जैसे के एन मोदी इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्निलॉजी। इनके अलावा शहर में कई अन्य शैक्षणिक संस्थाएं भी हैं, जैसे एस आर एम इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी, यूनिक इंस्टीट्यूट ऑंफ मैनेजमेंट, डॉ॰ के एन मोदी इंस्टीट्यूट ऑफ फ़ार्मास्यूटिकल एंड रिसर्च, जिनके कारण मोदीनगर प्रदेश का एक मुख्य शैक्षिक केन्द्र बनता जा रहा है कई अच्छे पब्लिक स्कूल भी यहां गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के प्रसार में रत हैं। इनकी सूची यहां के दयावती मोदी पब्लिक विद्यालय से आरंभ होती है। यह मोदी घराने का बनवाया हुआ सार्वजनिक विद्यालय है, जिसने अब तक देश को कई गुणी छात्रों की संख्या दी है। इसके बाद तुलसी राम महेश्वरी पब्लिक स्कूल तुलसीराम माहेश्वरी पी बी ए एस इंटर कॉलेज पब्लिक मदर टेरेसा एकेडैमी, डॉ॰के एन मोदी साइंस एंड कॉमर्स इंटर कॉलिज –जिसका अनावरण भारत के प्रथम प्रधान मंत्री, पंडित जवाहर लाल नेहरू ने १९५२ में किया था मोदीनगर में मुल्तानीमल स्नातकोत्तर महाविद्यालय के नाम से एक डिग्री कॉलेज भी है।
कस्बे/गांव | पिनकोड[5] |
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बाक्सर | २४५२०७ |
बेगमाबाद | २०१२०४ |
भारना | २४५२०७ |
धाना | २४५२०७ |
ग्यासपुर | २०१२०४ |
हरमुखपुरी | २०१२०१ |
खिंडोरा | २०१२०४ |
महेंद्रपुरी | २०१२०४ |
नांग्ला आखु | २०१२०४ |
निवाडी | २०१२०४ |
पैंगा | २०१२०४ |
पतला | २०१२०४ |
सौंधा | २०१२०४ |
शाहजहांपुर | २०१२०४ |
सीकरी कलां | २०१२०४ |
तिबड़ा | २०१२०४ |
मुख्य आकर्षण
यह राष्ट्रीय राजमार्ग सं.५८, जो कि शहर के मध्य से होकर जाता है, पर ही स्थित है। यह १५.२ एकड़ में फैला हुआ है, जिसमें निर्मित क्षेत्रफल है ०.५३ एकड़ है।.[6] इसकी अभिकल्पना कानपुर के प्रसिद् वास्तुकार श्री एम एम रॉय ने की थी। ये वही थे, जिन्होंने दिल्ली के बिरला मंदिर का वार्त तैयार किया था।[4]
मोदीनगर का निकटतम वायु संपर्क है दिल्ली का इन्दिरा गाँधी अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा। यह मोदीनगर से लगभग ६५ कि॰मी॰ दूर है।
मोदीनगर में उत्तर रेलवे की रेल लाइन का रेलवे स्टेशन है। यहां से गाजियाबाद जंक्शन - मेरठ सिटी - सहारनपुर रेलमार्ग की लाइन गुजरती है। इस लाइन पर अच्छा मोदीनगर रेलवे स्टेशन स्थित है। इसकी औसत समुद्रतल से ऊंचाई २२१ मी. है, और इसके दक्षिणी ओर का निकटतम स्टेशन है मुरादनगर, जो ८ कि॰मी॰ दूर है; तथा उत्तरी ओर का निकटतम स्टेशन है मुहिउद्दीनपुर, जो १० कि॰मी॰ दूर है। इसके बाद बड़े स्टेशनों में गाजियाबाद जंक्शन २५ कि.मी तथा मेरठ सिटी २१ कि॰मी॰ पर हैं।[8]
मोदीनगर से राष्ट्रीय राजमार्ग ५८ गुजरता है। इस करण यह दिल्ली से सहारनपुर तक सीधा जुड़ा हुआ है। इसके अलावा यहां से किसी भी बड़े शहर तक सड़क संपर्क उपलब्ध है। यहां के राज्य परिवहन के बस अड्डे से सभी निकटवर्ती शहरों की बसें चलती या निकलती हैं।
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