मोहम्मद यूनिस खान (पश्तो: محمد یونس خان) (जन्म १९७५) पाकिस्तानी क्रिकेट कोच और खेल के तीनों प्रारूपों में पाकिस्तान की राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के पूर्व क्रिकेटर और कप्तान हैं।[1][2] साथ ही वह टेस्ट क्रिकेट में सबसे महान बल्लेबाजों में से एक के रूप में जाने जाते है।[3] इसके अलावा वह सभी ११ देशों में शतक बनाने वाले इतिहास के एकमात्र टेस्ट क्रिकेट खिलाड़ी हैं यह कारनामा अपने नाम किया।[4][5][6]
यूनिस खान टेस्ट क्रिकेट इतिहास में पाकिस्तान क्रिकेट टीम के किसी बल्लेबाज़ द्वारा सर्वाधिक रन और सर्वाधिक शतक बनाने वाले बल्लेबाज है।[7] और एक पारी में ३०० या इससे अधिक रन बनाने वाले तीसरे पाकिस्तानी खिलाड़ी हैं।[8][9] उन्होंने २००९ आईसीसी विश्व ट्वेन्टी २० में पाकिस्तान टीम का नेतृत्व किया, जो पहला विश्व ट्वेंटी २० खिताब था।[10] २३ अप्रैल २०१७ को, वह टेस्ट क्रिकेट में १०,००० रन बनाने वाले पहले पाकिस्तानी और दुनिया के १३वें बल्लेबाज बने। वह छठे ऐसे बल्लेबाज़ बने जिन्होंने सबसे तेज १०,००० रन बनाए और साथ ही सबसे उम्रदराज खिलाड़ी भी यही है जिन्होंने इतने रन बनाए।[11]
२४ मार्च २०१० को, यूनुस खान को टीम के साथी खिलाड़ी मोहम्मद युसुफ की एक जांच रिपोर्ट के बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड द्वारा खेलने से निलंबित कर दिया गया था, जिसमें कहा गया था कि वो टीम में समस्याएं पैदा करने में शामिल है।[12] लेकिन प्रतिबंध तीन महीने बाद हटा लिया गया था। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ २२ अक्टूबर २०१४ से शुरू हुए टेस्ट मैच में, यूनिस ने एक ही मैच में अपना २५वां और २६वां शतक बनाया, ऐसा करने वाले वे छठे पाकिस्तानी बल्लेबाज बने।[13] २५ जून २०१५ को, यूनिस खान १०० टेस्ट मैच खेलने वाले पांचवें पाकिस्तानी क्रिकेटर बने और १३ अक्टूबर २०१५ को, वह जावेद मियाँदाद के ८,८३२ रनों के रिकॉर्ड को तोड़ते हुए पाकिस्तान के सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी बन गए।[14][15][16]
नवंबर २०१५ में उन्होंने एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय (वनडे) क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला लिया।[17] जबकि उन्होंने मई २०१७ में वेस्टइंडीज के खिलाफ श्रृंखला के समापन पर सभी प्रारूप के अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया था।[18]