रीमा लागू | |
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जन्म |
नयन भडभडे 21 जून 1958 बम्बई, बम्बई राज्य (अब महाराष्ट्र में), भारत |
मौत |
(आयु 59) मुम्बई, भारत |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
पेशा | अभिनेत्री, मॉडल |
कार्यकाल | 1980–2017 |
रीमा लागू (21 जून 1958 – 18 मई 2017) एक भारतीय फिल्म अभिनेत्री थी। इन्हें हिन्दी और मराठी सिनेमा में सहायक और माँ के कई किरदार निभाने के कारण जाना जाता है।[1] यह लगभग चार दशक से मराठी मंच पर कार्य कर रही थीं। इन्होंने मराठी धारावाहिक "तुजा मजा जामेना" में मुख्य किरदार निभाया था, इसके अलावा हिन्दी धारावाहिक "श्रीमान श्रीमती" और "तू तू मैं मैं" में भी महत्वपूर्ण किरदार निभा चुकी हैं। इन्हें कई हिन्दी फिल्मों में माँ के किरदार निभाने के कारण जाना जाता है, जिसमें मैंने प्यार किया, आशिकी, साजन, हम आपके हैं कौन, रंगीला, वास्तव, कुछ कुछ होता है, कल हो ना हो और हम साथ साथ हैं आदि है।[2][3]
रीमा ने ज्यादातर हिंदी फिल्म उद्योग के कुछ बड़े नामों के साथ सहायक भूमिकाओं में काम किया है। टेलीविजन धारावाहिकों के साथ शुरू होकर, वह फिल्म क़यामत से क़यामत तक (1988) जहां उन्होंने जूही चावला की माँ की भूमिका निभाई तक पहुँची। वह अरुणा राजे की रिहाई (1988) में एक विवादास्पद भूमिका में देखी गई थी। वह तब फिल्म मैंने प्यार किया (1989) और साजन (1991) में सलमान खान की माँ के तौर पर अभिनय किया जो बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट थीं। इसके बाद उन्होंने अपराध थ्रिलर गुमराह (1993) में श्रीदेवी की माँ, जय किशन (1994) के रूप में अक्षय कुमार की माँ और रंगीला (1995) में उर्मिला मातोंडकर की माँ के रूप में अभिनय किया। गुमराह (1993) बॉक्स ऑफिस पर साल की सातवीं सबसे बड़ी ग्रॉसर थी, जय किशन (1994) एक वाणिज्यिक सफलता थी, इस प्रकार घोषित 'सेमिहिट थी और रंगीला (1995) बॉक्स ऑफिस पर इस वर्ष की सबसे अधिक कमाई की थी।
उन्होंने बॉलीवुड उद्योग में सबसे बड़ी हिट फिल्मों में काम किया है जिसमें हम आप के हैं कौन (1994), ये दिल्लगी (1994), दिलवाले (1994), रंगीला (1995), कुछ कुछ होता है (1998) और कल हो ना हो (2003) आदि फिल्में शामिल हैं।
ज्यादातर फिल्मों में इन्होंने एक अधेड़ उम्र की माँ की भूमिका निभाई। इसके अतिरिक्त आक्रोश (1980) में एक नर्तक और ये दिल्लगी (1994) में एक सख्त व्यवसायी थीं। 1990 में इन्होंने टीवी धारावाहिक तू तू मैं मैं में सुप्रिया पिल्गांवकर के साथ अभिनय किया और श्रीमान श्रीमती में भी अभिनय किया। मराठी रहस्यमयी फ़िल्म बिंदास्त में इनकी भूमिका की काफी सराहना की गई।
उन्होंने वास्तव: द रियलिटी (1999) में एक चुनौतीपूर्ण भूमिका निभाई, डॉन (संजय दत्त) की माँ का चित्रण किया जो अपने बेटे को मारती है। उनके सबसे उल्लेखनीय प्रदर्शनों में से पंकज कपूर और रघुवीर यादव के साथ एक प्रसिद्ध फिल्म रुई का बोझ (1997) में देखा जा सकता है। लागू ने मराठी शो मनाचा मुज्रा पर दिखाई दीं, जो मराठी व्यक्तित्व का सम्मान करता है। यह अमेरिकी रेडियो और टीवी शो दिस इज योर लाइफ के प्रारूप में समान है। वह मुख्यतः मैंने प्यारे किया, साजन, हम साथ-साथ हैं, जुड़वा, पत्थर के फूल, शादी करके फंस गया यार, निश्चय और कहीं प्यार ना हो जाये हैं जैसी फ़िल्मों में बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान की माँ का रोल निभाने के लिए भी जानी जाती हैं।
रीमा जी का जन्म 1958 में हुआ था। उनका नाम पहले गुरिंदर भदभदे था। इनकी माँ मन्दाकिनी भदभदे एक अभिनेत्री थीं, जो लेकुर उदण्ड जाहली नामक नाटक के कारण मराठी मंच में जानी जाती थी। रीमा जी के अभिनय की कला का पता पुणे में पता चला जब वे हुजूरपगा उच्च माध्यमिक विद्यालय में विद्यार्थी थीं। उच्च माध्यमिक विद्यालय की पढ़ाई पूरी करने के बाद से ही उनकी पेशेवर के रूप में अभिनय की शुरुआत हुई। इनकी अभिनय में पहली नौकरी मराठी मंच पर लगी थी। इसके बाद 1979 में इन्होंने मराठी फिल्म "सिंहासन" से अपने अभिनय के सफर में कदम रखा। इसके एक वर्ष बाद, 1980 में इन्हें "कलयुग" नामक हिन्दी फिल्म में काम मिल गया और इसी से इनकी हिन्दी फिल्मों में भी शुरुआत हुई।
पेट दर्द की शिकायत करने के बाद,रीमा लागू को 18 मई 2017 को मुंबई में कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। दिल का दौरा पड़ने से 3:15 बजे (आईएसटी) उनका निधन हो गया। इनकी मृत्यु के समय में इन्हें पूरी तरह से ठीक बताया गया और स्वास्थ्य संबंधी मुद्दे भी नहीं थे। वह 59 वर्ष की थीं।[4][5][6][7]
वर्ष | शीर्षक | किरदार | टिप्पणी |
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1979 | सिंहासन | मराठी फिल्म | |
1980 | आक्रोश | नौटंकी | |
1980 | कलयुग | किरण | |
1985 | नासूर | मंजुला मोहिते | |
1988 | हमारा खानदान | डॉ॰ जुली | |
1988 | क़यामत से क़यामत तक | कमला सिंह | |
1988 | रिहाई | ||
1989 | मैंने प्यार किया | कौशल्या चौधरी | नामांकित, सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री हेतु फिल्मफेयर पुरस्कार |
1990 | पुलिस पब्लिक | ||
1990 | आशिकी | श्रीमती विक्रम रॉय | नामांकित, सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री हेतु फिल्मफेयर पुरस्कार |
1990 | प्रतिबंध | ||
1991 | बलिदान | शारदा ज्ञानोबा | मराठी फिल्म |
1991 | प्यार भरा दिल | सुधा सुंदरलाल | |
1991 | पत्थर के फूल | मीरा वर्मा | |
1991 | फ़र्स्ट लव लेटर | ||
1991 | हेन्ना | ||
1991 | साजन | कमला वर्मा | |
1992 | प्रेम दीवाने | सुमित्रा सिंह | |
1992 | जीवालगा | ||
1992 | जीना मरना तेरे संग | ||
1992 | शोला और शबनम | शारदा थापा | |
1992 | वंश | रुक्मणी धर्माधिकारी | |
1992 | कैद में है बुलबुल | गुड्डू चौधरी | |
1992 | दो हंसो का जोड़ा | ||
1992 | निश्चय | यशोदा गुजराल | |
1992 | शुभ मंगल सावधान | मराठी फिल्म | |
1992 | सपने साजन के | दीपक की माँ | |
1993 | श्रीमान आशिक | सुमन मेहरा | |
1993 | संग्राम | ||
1993 | महाकाल | ||
1993 | आज के औरत | शान्ता पाटील | |
1993 | गुमराह | शारदा चढ़ा | |
1993 | दिल है बेताब | ||
1993 | प्यार का तराना | ||
1994 | दिलवाले | ||
1994 | पथरीला रास्ता | ||
1994 | छोटी बहू | सीता | |
1994 | हम आपके हैं कौन | श्रीमती सिद्धार्थ चौधरी | नामांकित, सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री हेतु फिल्मफेयर पुरस्कार |
1995 | जय विक्रांता | ||
1995 | रंगीला | ||
1996 | अपने दम पर | सक्सेना | |
1996 | विजेता | श्रीमती लक्ष्मी प्रसाद | |
1996 | पापा कहते हैं | ||
1996 | प्रेम ग्रंथ | पार्वती | |
1996 | माहिर | आशा | |
1996 | दिल तेरा दीवाना | कुमार की पत्नी | |
1997 | उफ ये मोहब्बत | ||
1997 | रुई का बोझ | ||
1997 | जुड़वा | प्रेम मल्होत्रा की माँ | |
1997 | येस बॉस | राहुल जोशी की माँ | |
1997 | बेताबी | समीर की माँ | |
1997 | दीवाना मस्ताना | बुन्नु की माँ | |
1998 | तिरछी टोपीवाले | ||
1998 | प्यार तो होना ही था | शेखर की भाभी | |
1998 | मेरे दो अनमोल रतन | सुमन | |
1998 | दीवाना हूँ पागल नहीं | ||
1998 | आंटी न॰ 1 | विजयालक्ष्मी | |
1998 | कुछ कुछ होता है | अंजलि की माँ | |
1998 | झूठ बोले कौआ काटे | सावित्री अभयंकर | |
1999 | हम साथ साथ हैं | ममता | |
1999 | बिंधास्त' | आसावरी पटवर्धन | |
1999 | आरजू | पार्वती | |
1999 | वास्तव : द रियालिटि | शान्ता | नामांकित, सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री हेतु फिल्मफेयर पुरस्कार |
1999 | दिल्लगी | ||
2000 | क्या कहना | ||
2000 | निदान | सुहासिनी नादकरनी | |
2000 | दीवाने | ||
2000 | जिस देश में गंगा रहता हैं | लक्ष्मी | |
2000 | कहीं प्यार न हो जाये | श्रीमती शर्मा | |
2001 | हम दीवाने प्यार के | श्रीमती चट्टर्जी | |
2001 | सेंसर | ||
2001 | इंडियन | श्रीमती सूर्यप्रताप सिंह | |
2001 | तेरा मेरा साथ रहें | जानकी गुप्ता | |
2002 | हथियार | शान्ता | |
2002 | रेशमगढ़ | सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री हेतु महाराष्ट्र राज्य फिल्म पुरस्कार | |
2003 | कवत्य महाकाल | ||
2003 | प्राण जाये पर शान न जाये | ||
2003 | मैं प्रेम की दीवानी हूँ | ||
2003 | चुपके से | लक्ष्मी टिमघूरे | |
2003 | कल हो ना हो | श्रीमती माथुर | |
2004 | हत्या | श्रीमती आर॰ लाल | |
2005 | कोई मेरे दिल में है | श्रीमती विक्रम मल्होत्रा | |
2005 | हम तुम और मोम | ||
2005 | शादी करके फस गया यार | ||
2005 | सैंडविच | ||
2005 | डिवोर्स: नोट बिट्वीन हसबेंड एंड वाइफ | न्यायाधिस | |
2006 | आई शपथ | देवकी देसाई | |
2007 | सावली | मराठी फिल्म | |
2007 | देहा | पीलू | |
2008 | हमने जीना सीख लिया | ||
2008 | सुपरस्टार | कुसुम सक्सेना | |
2008 | महबूबा | क्वीन मदर | |
2008 | किडनैप | सोनिया की दादी | |
2009 | मे शिवजीराजे भोसले बोलतोय | जीजाबाई | मराठी फिल्म |
2009 | अग्निदिव्या | मराठी फिल्म | |
2009 | आमरस | इन्दुमति | मराठी फिल्म |
2009 | घो माला असला हवा | दग्दुबाई | मराठी फिल्म |
2010 | मिठाई वर्सेस मिठाई | मिताली की माँ | |
2011 | जन्म | वंधाना सरपोतदार | |
2011 | मुंबई कटिंग | ||
2011 | ट्रेपेड इन ट्रडिसन: रिवाज | रंजीत सिंह की पत्नी | |
2011 | धूसर | ||
2012 | ओम अल्लाह | ||
2012 | 498ए: द वेडिग गिफ्ट | सुधा पटेल | |
2013 | अनुमति | अंबु | मराठी फिल्म |
2014 | उंगली | अभय कश्यप की माँ | |
2015 | मैं हूँ रजनीकान्त | स्वयं | |
2015 | आई लव एनवाई | टिकु वर्मा की गोद ली माँ | विशेष उपस्थिती |
2015 | कतयार कालजात घुसली | कतयार | मराठी फिल्म |
2016 | जौनद्या ना बालसाहेब | आइसहेब | मराठी फिल्म |
2017 | देवा | मराठी फिल्म |
वर्ष | शीर्षक | किरदार | टिप्पणी |
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1985 | खानदान | ||
1988 | महानगर | ||
1993 | किरदार | ||
1994 | आसमान से आगे | ||
1994 | श्रीमान श्रीमती | कोकिला कुलकर्णी | |
1994–2000 | तू तू मैं मैं | देवकी वर्मा | सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री हेतु भारतीय टेली पुरस्कार |
1997 | दो और दो पाँच | राधा | |
1999 | वक्त की रफ्तार | ||
2002–2003 | धड़कन | प्रजकता मराठे | |
2006 | कड़वी, खट्टी, मीठी | यशोदा वर्मा | |
2009 | दो हंसों का जोड़ा | ||
2012 | लाखों में एक | ||
2013 | तुजा मजा जामेना | रीमा लिमाए | |
2016–2017 | नामकरण | दयावन्ती मेहता |