मेक्ग्रेगॉर शीर्षस्थ भाषा विज्ञानी, व्याकरण के विद्वान, अनुवादक और हिन्दी साहित्य के इतिहासकार थे। आप एक सच्चे हिन्दी प्रेमी थे। मेक्ग्रेगॉर ने पश्चिमी को हिन्दी से परिचित करवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।[1]
न्यूजीलैंड में जन्मे व स्कॉटिश माता-पिता की संतान प्रो. मेक्ग्रेगॉर को बचपन में फ़िजी से प्रकाशित हिन्दी के एक व्याकरण की पुस्तक किसी ने दी थी, जिसके फलस्वरूप उनका हिन्दी की ओर रुझान हो गया।
सर्वप्रथम 1959-60 में इलाहाबाद विश्वविद्यालय में हिन्दी की पढ़ाई करने वे भारत आए। मेक्ग्रेगॉर ने 1959-60 में इलाहाबाद विश्वविद्यालय में हिन्दी की शिक्षा ली और 1968 में ब्रजभाषा के कवि इंद्रजीत पर शोध कर डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की।