सिद्दीक़ हसन ख़ान

 

सैय्यद सिद्दीक़ हसन खान अल-कन्नवजी [1] (14 अक्टूबर 1832 - 26 मई 1890) एक इस्लामी विद्वान और 19वीं शताब्दी में भारत के मुस्लिम समुदाय के नेता थे, जिन्हें अक्सर भोपाल राज्य का सबसे महत्वपूर्ण मुस्लिम विद्वान माना जाता था। उन्हें बड़े पैमाने पर सैयद नज़ीर हुसैन के साथ पुनरुत्थानवादी अहल-ए हदीस आंदोलन की स्थापना का श्रेय दिया जाता है। [2] [3]

  1. Krawietz, Tamer, Birgit, Georges; Preckel, Claudia (2013). "Screening Ṣiddīq Ḥasan Khān's Library: The Use of Ḥanbalī Literature in 19th-Century Bhopal". Islamic Theology, Philosophy and Law: Debating Ibn Taymiyya and Ibn Qayyim al-Jawziyya. Berlin, Germany: Walter De Gruyter. पृ॰ 165. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-3-11-028534-5.
  2. Sophie Gilliat-Ray (2010). Muslims in Britain: An Introduction. Cambridge University Press. पृ॰ 104. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-0-521-83006-5.
  3. Malik, pg. 72.