1944 बम्बई धमाके 14 अप्रैल 1944 को बम्बई (अब मुम्बई) के विक्टोरिया डॉक में हुए थे, इसमें 800 से 1300 लोगों की मृत्यु हो गयी थी।[1] लगभग 80,000 लोग बेघर हो गये[2][3][4] तथा बाद में हर सातवें अग्निशमन दल के सदस्य ने अपने प्राण गवाँ दिये।[5]