अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र

अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र




अंतरिक्ष उपयोग केंद्र (Space Application Centre / SAC / सैक) भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र (इसरो) के प्रमुख केंद्रों में से एक हैं। यह अपने तरह का एक विशिष्ट केंद्र है जहाँ पेलोड विकसित करने से लेकर सामाजिक उपयोग तक की विभिन्न विधाओं पर कार्य किया जाता हैं। यह इसरो के उपग्रह संचार, नौसंचालन एवं सुदूर संवेदन के उपयोग संबंधी कार्यक्रमों को क्रियान्वित करने के लिए उत्तरदायी हैं।

यह भारत के गुजरात राज्य के अहमदाबाद में स्थित है। Marine and water resource group के वैज्ञानिकों द्वारा साप्ताहिक सैटेलाइट इमेजेस के आधार पर हिमाचल प्रदेश की बसपा बेसिन के 19 हिम नादो के 2000 से 2002 के मध्य अध्ययन के आधार पर यह परिणाम सामने आया कि इन हिम नादो के द्रव्यमान में 2000 में 90 घन मीटर तथा 2002 में 78 घन मीटर की कमी आई , इस अध्ययन के आधार पर यह निष्कर्ष निकला कि यदि हिम नदियों के रिट्रीट कि यह दर चलती रही तो हिमाचल प्रदेश के सारे हिमनद सन 2040 तक समाप्त हो जाएंगे

क्रियाकलाप

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सैक के प्रमुख क्रिया कलाप निम्नानुसार है-

  • इसरो मिशन के लिए संचार तथा सुदूर संवेदन उपग्रह द्वारा अंतरिक्ष में ले जाए जाने वाले उपकरण तथा पेलोड की संरचना एवं विकास
  • निम्नलिखित के लिए भू-तंत्र तथा टर्मिनलों का विकास
  • संचार तथा आंकड़े प्राप्त करने के लिए भू-केंद्र (भेजने/प्राप्त करने हेतु तंत्र)
  • डेटा-प्रॉडक्ट तैयार करने एवं डेटा/इमेज विकसित करने के लिए सॉफ्टवेयर
  • राष्ट्रीय विकास के लिए अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के उपयोगों का प्रचालनीकरण। इसमें संचार, प्रसारण, नौसंचालन, आपदा मॉनीटरन, मौसम विज्ञान, समुद्र विज्ञान पर्यावरण मॉनीटरन तथा प्राकृतिक संपदा सर्वेक्षण आदि शामिल हैं।
  • अंतरिक्ष इन्फ्रास्ट्रक्चर की उपयोगिता हेतु अनुंसाधान एवं विकास
  • सीएसएसटीईपी के अंतर्गत एशिया एवं पैसेफिक क्षेत्र के छात्रों के लिए उपग्रह संचार एवं मौसम विज्ञान के क्षेत्र में नौ महिने का स्नाकोत्तर डिप्लोमा कोर्स का संचालन।
  • उद्योग क्षेत्र के साथ मिलकर स्रोत एवं स्वदेशीकरण हेतु, भारतीय विश्वविद्यालयों को अंतरिक्ष अनुसंधान में सम्मिलित कर, अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी एवं उनके उपयोगों का विद्यार्थियों तथा जन साधारण में विभिन्न केंद्रो के अंतर्गत फिक्स तथा मोबाइल प्रर्दशनियों के माध्यम से प्रचार प्रसार करना।

इन कार्यों को सफल बनाने के लिए सैक में उच्च स्तरीय पेलोड इंटिग्रेशन प्रयोगशालाएं, इलेक्ट्रॉनिक एवं मेकेनिकल फ्रेब्रिकेशन सुविधाएं, पर्यावरण जाँच सुविधाएं, तंत्र विश्वसनियता / आश्वासन विभाग, परियोजना नियोजन एवं प्रबंधन विभाग तथा एक समृद्ध पुस्तकालय आदि उपलब्ध हैं।

बाहरी कड़ियाँ

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