अगस्त्यर्कूडम | |
---|---|
Agastyarkoodam അഗസ്ത്യകൂടം अगस्त्य मला | |
अगस्त्यर्कूडम के चरणों से शिखर-दृश्य | |
उच्चतम बिंदु | |
ऊँचाई | 1,993 मी॰ (6,539 फीट) |
उदग्रता | 1,497 मी॰ (4,911 फीट) |
निर्देशांक | 8°37′N 77°15′E / 8.617°N 77.250°Eनिर्देशांक: 8°37′N 77°15′E / 8.617°N 77.250°E |
नामकरण | |
हिन्दी अनुवाद | अगस्त्य का पर्वत |
भाषा का नाम | संस्कृत-मलयालम |
भूगोल | |
तमिल नाडु के कन्याकुमारी व तिरूनेलवेली ज़िलों और केरल के पतनमतिट्टा व तिरुवनन्तपुरम ज़िलों की सीमा, भारत | |
मातृ श्रेणी | पश्चिमी घाट |
अगस्त्य मला (Agastya Mala) या अगस्त्यर्कूडम (Agasthyarkoodam) भारत की पश्चिमी घाट पर्वतमाला का एक 1,868 मीटर (6,129 फुट) ऊँचा पर्वत है। यह अगसत्यमाला संरक्षित जैवमंडल का भाग है, जो केरल राज्य के पतनमतिट्टा, कोल्लम व तिरुवनन्तपुरम ज़िलों और तमिल नाडु राज्य के कन्याकुमारी व तिरूनेलवेली ज़िलों की सीमाओं पर विस्तारित है। ताम्रपर्णी नदी यहाँ से उत्पन्न होती है और तिरूनेलवेली ज़िले की ओर बह जाती है। अगस्त्यर्कूडम ऋषि अगस्त्य से सम्बन्धित तीर्थ है, जो हिन्दू पुराण के सप्तऋषि में से एक थे और तमिल मान्यता में तमिल भाषा के पिता और सर्वप्रथम तमिल व्याकरण, अगत्तियम, के संकलक थे। इस शिखर पर अगस्त्य की एक छोटी मूर्ति है, जहाँ श्रद्धालु पूजा करने आते हैं।[1][2]