अपि | |
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Approached from the Mahakali Khola, the southern/western aspects of Api. | |
उच्चतम बिंदु | |
ऊँचाई | 7,132 मी॰ (23,399 फीट) [1][2] |
उदग्रता | 2,040 मी॰ (6,690 फीट) [1] |
सूचीयन | Ultras |
निर्देशांक | 30°00′15″N 80°56′00″E / 30.00417°N 80.93333°Eनिर्देशांक: 30°00′15″N 80°56′00″E / 30.00417°N 80.93333°E |
भूगोल | |
स्थान | Darchula district, Northwestern Nepal |
मातृ श्रेणी | Yoka Pahar Subsection, Gurans Himal, Himalayas |
आरोहण | |
प्रथम आरोहण | 10 May 1960 by K. Hirabayashi, Gyaltsen Norbu |
सरलतम मार्ग | rock/snow/ice climb |
अपि नेपाल के उत्तर-पश्चिम कोने में तिब्बत की सीमाओं के पास, गुरांश हिमालय के योका पर्वत खण्ड की सबसे ऊँची चोटी है। [3] हिमालय के इस हिस्से में बहुत कम दौरे किए गए हैं इसलिय इन शिखरों की जानकारी कम है । नेपाल के अन्य शिखरों की तुलना में यह एक छोटी-सी चोटी है, लेकिन यह आसपास के निचले इलाके से नाटकीय रूप से ऊपर उभर कर आया है।
हालांकि नेपाल के प्रमुख पहाड़ों के तुलना में इसकी ऊंचाई कम है लेकिन अपि स्थानीय इलाकों से ऊपर उठने में असाधारण है । आसपास की घाटियाँ उन ऊँची हिमालय की चोटियों से काफी नीची हैं। [4]
अपि शिखर का दक्षिण मुख अपने आधार से 3,300 मीटर (10,826 फीट) ऊपर उठा हुआ है।
अपि क्षेत्र का 1899, 1905 और 1936 में पश्चिमी देशों द्वारा दौरा किया गया था, लेकिन 1953 तक शिखर पर कोई प्रयास नहीं किया गया था। जॉन टाइसन के साथ स्कॉटिश पर्वतारोही डब्लू एच मरे की इस यात्रा पर यह प्रयास असफल रहा था। एक और असफल प्रयास 1954 में इटालियन द्वारा भी किया गया था, जिसके परिणामस्वरूप दो अभियान सदस्यों की मृत्यु हो गई थी। [5]
अपि का पहली सफल चढ़ाई 1960 में हुई थी जिसे जापान की डोशिशा अल्पाइन सोसाइटी ने 1954 की पार्टी द्वारा किए गए उत्तर पश्चिम फेस मार्ग को सफलतापूर्वक पूरा किया। [5]
1980 में एक ब्रिटिश आर्मी माउंटेनियरिंग एसोसिएशन अभियान ने शिखर के कुछ सौ मीटर के दायरे तक पहुंच कर दक्षिण चेहरे से चोटी पर चढ़ने का प्रयास किया। [6]
24 दिसंबर 1983 को पोलिश पर्वतारोहियों तादेयुसज़ पिओत्रोवशकी और आंदर्जेज बियुलुन ने पहली शीतकालीन चढ़ाई की।
हिमालयन इंडेक्स के अनुसार 1978, 1996 और 2001 में शिखर के तीन और आरोही द्वारा आरोहण को सूचीबद्ध किया है। [2]