कंपनी प्रकार | सार्वजनिक कंपनी |
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कारोबारी रूप | NSE: APOLLOTYRE BSE: 500877 |
आई.एस.आई.एन | INE438A01022 |
उद्योग | टायर |
स्थापित | 1972[1] |
मुख्यालय | Gurgaon, Haryana, India[2] |
प्रमुख लोग | ओंकार सिंह कंवर (Chairman and MD) नीरज कंवर (Vice Chairman & MD) |
आय | ₹172.73 billion (US$2.46 billion) [3] |
कर्मचारियों की संख्या | 16,000 |
वेबसाइट | http://www.apollotyres.com |
अपोलो टायर्स लिमिटेड दुनिया की 7 वीं सबसे बड़ी टायर निर्माता कंपनी है जिसका मार्च 2018 में समेकित राजस्व ₹172.76 बिलियन (US $ 2.46 बिलियन) रहा। इसे 1972 में निगमित किया गया था। इसका पहला संयंत्र पेरम्बरा, त्रिशूर, केरल, भारत में चालू किया गया था। कंपनी की अब भारत में चार , नीदरलैंड में एक[4] और हंगरी में एक विनिर्माण इकाइयाँ हैं।[5] इसका भारत में लगभग 5,000 डीलरशिप का नेटवर्क है, जिनमें से 2,500 से अधिक विशेष दुकानें (exclusive outlets) हैं।
इसे भारत से 69%, यूरोप से 26% और अन्य भौगोलिक क्षेत्रों से 5% राजस्व मिलता है।[6]
मार्च 2016 में अपोलो ने अनुबंध निर्माण के साथ टू-व्हीलर टायर खंड में प्रवेश की घोषणा की।[7] नवंबर 2016 में, कंपनी ने आंध्र प्रदेश सरकार के साथ आंध्र प्रदेश में एक नया कारखाना स्थापित तथा दोपहिया और पिक-अप ट्रकों के लिए टायर बनाने के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।[8]
यूरोप में कंपनी के दूसरे संयंत्र का उद्घाटन अप्रैल 2017 में हंगरी के प्रधान मंत्री, विक्टर ओरबान द्वारा किया गया था।[9][10][11]
अपोलो टायर्स ने मलेशिया में अपना पहला सेवा केंद्र खोला है।[12]