अभयमुद्रा (भयरहित होने की मुद्रा)[1] एक मुद्रा है जो भय से मुक्ति और सुरक्षा की भावना का द्योतक है। यह भारत के सभी प्राचीन धर्मों की मूर्तियों में देखने को मिलती है। इसमें दायें हाथ को ऊपर की ओर करके हथेली बार की ओर दर्शायी जाती है। [2] यह सबसे प्राचीन मुद्राओं में से एक है।
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