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व्यक्तिगत जानकारी | |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
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जन्म |
10 मई 1993 सौनामारा सुंदरगढ़, ओडिशा, भारत | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
ऊंचाई | 1.79 मी[1] | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
खेलने का स्थान | डिफेंडर | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
Club information | |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
Current club | रेलवे स्पोर्ट प्रमोशन बोर्ड | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
Senior career | |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
वर्ष | टीम | Apps | (Gls) | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
पेट्रोलियम स्पोर्ट प्रमोशन बोर्ड | |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
रेलवे स्पोर्ट प्रमोशन बोर्ड | |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
राष्ट्रीय टीम | |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
2013 | इंडिया अंडर21 | 22 | (4) | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
2013– | इंडिया | 176 | (28) | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
पदक की जानकारी
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अमित रोहिदास (जन्म 10 मई 1993) ओडिशा के एक भारतीय मैदानी हॉकी खिलाड़ी हैं।[2] वह भारतीय राष्ट्रीय टीम के लिए डिफेंडर के रूप में खेलते हैं और टीम के उप-कप्तान भी हैं। वह 2020 ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा थे। उन्होंने हांग्जो में 2022 एशियाई खेल में स्वर्ण पदक भी जीता।
रोहिदास का जन्म 10 मई 1993 को सुंदरगढ़ जिले के सौनामारा गाँव में हुआ था। उन्होंने अपने गाँव में हॉकी खेलना शुरू किया और 2004 में राउरकेला के पानपोश स्पोर्ट्स हॉस्टल में शामिल हो गए।अमित रोहिदास ने अपने करियर की शुरुआत गोलकीपर के रूप में की थी। इसके बाद उन्होंने अपनी क़िस्मत एक पूर्णकालिक फ़ॉरवर्ड के रूप में आज़माई। लेकिन, अंततः अपने कोच बिजय लाकड़ा की सलाह पर उन्होंने डिफ़ेंडर बनने का फ़ैसला किया।[3]
उन्हें 2009 में राष्ट्रीय जूनियर टीम में चुना गया था।[4] रोहिदास को इपोह में 2013 एशिया कप के लिए सीनियर टीम में चुना गया था जहाँ भारतीय टीम ने रजत पदक जीता था। उन्होंने 2017 में भारतीय टीम में वापसी की। रोहिदास ओडिशा से ओलंपिक में खेलने वाले दसवें अंतरराष्ट्रीय और छठे पुरुष हॉकी खिलाड़ी हैं और ओडिशा के पहले गैर-आदिवासी हॉकी ओलंपियन भी हैं।[5][6]