अमेठी Amethi | |
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कोहरा राजभवन | |
Map of Amethi, (Uttar Pradesh) | |
निर्देशांक: 26°09′18″N 81°48′36″E / 26.155°N 81.810°Eनिर्देशांक: 26°09′18″N 81°48′36″E / 26.155°N 81.810°E | |
देश | भारत |
प्रान्त | उत्तर प्रदेश |
ज़िला | अमेठी ज़िला |
जिला गठन | 2010 जुलाई 1 |
मुख्यालय | गौरीगंज |
शासन | |
• सांसद | किशोरी लाल शर्मा |
ऊँचाई | 100 मी (300 फीट) |
जनसंख्या (2011) | |
• कुल | 13,849 |
भाषाएँ | |
• प्रचलित | हिन्दी |
• क्षेत्रीय | अवधी |
समय मण्डल | भामस (यूटीसी+5:30) |
पिनकोड | 227405 |
दूरभाष कोड | +91-5368 |
वाहन पंजीकरण | UP-36 |
लिंगानुपात | 1000 ♂ / 908 ♀ |
साक्षरता | 59.14 |
वेबसाइट | www |
अमेठी (Amethi) भारत के उत्तर प्रदेश राज्य एक प्रमुख शहर एवं राजनीतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण लोकसभा क्षेत्र है। नगरकेन्द्र में प्रसिद्ध हनुमानगढ़ी मन्दिर स्थित है।[1][2]
अमेठी एक प्रमुख शहर एवं राजनीतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण लोकसभा क्षेत्र है। अमेठी उत्तर प्रदेश का 72वां जिला है जिसे B.S.P. सरकार द्वारा आधिकारिक तौर पर 1 जुलाई 2010 को अस्तित्व में लाया गया था। अमेठी में सुल्तानपुर जिले की तीन तहसील मुसाफिरखाना, अमेठी, गौरीगंज तथा रायबरेली जिले की दो तहसील सलोन और तिलोई को मिला कर एक जिले का रूप दिया गया है। गौरीगंज शहर अमेठी जिले का मुख्यालय है। शुरुआत में इसका नाम छत्रपति साहूजी महाराज नगर था परन्तु इसे पुनः बदलकर अमेठी कर दिया गया है। अमेठी जिले का एक महत्वपूर्ण शहर और नगर पंचायत क्षेत्र है। इसे रायपुर-अमेठी भी कहा जाता है। यह भारत के गांधी परिवार की कर्मभूमि है। पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरु उनके पोते संजय गाँधी, राजीव गाँधी तथा उनकी पत्नी सोनिया गाँधी ने इस जिले का प्रतिनिधित्व किया है। 2014 आम चुनाव में राहुल गाँधी यहाँ से साँसद चुने गए। कोरवा अमेठी में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड की एक इकाई है जो भारतीय वायु सेना के लिए विमान बनाती है। अमेठी में इंडो गल्फ फर्टीलाइशर्स की एक खाद बनाने की इकाई भी मौजूद है।
अमेठी उत्तर प्रदेश का 72वां जिला है जिसे बीएसपी सरकार द्वारा आधिकारिक तौर पर 1 जुलाई 2010 को अस्तित्व में लाया गया था मूल रूप से अमेठी की स्थापना 1 जुलाई 2010 को हुई लेकिन अमेठी रियासत का इतिहास एक हजार वर्ष से भी पुराना है। अमेठी को सुल्तानपुर जिले की तीन तहसील मुसाफिरखाना, अमेठी, गौरीगंज तथा रायबरेली जिले की दो तहसील सलोन और तिलोई को मिला कर एक जिले का रूप दिया गया है। गौरीगंज शहर अमेठी जिले का मुख्यालय है।|[3][4]
अमेठी रियासत का इतिहास एक हजार वर्ष से भी पुराना है।
अमेठी क्षेत्र में इस शक्ति संपन्न राष्ट्रीय-राजनीतिक गांधी परिवार की आमद सक्रिय रूप से सर्वप्रथम 1975 में हुई, जब तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के छोटे पुत्र संजय गांधी ने अमेठी के अति पिछड़े गांव खेरौना में देशभर के चुनिंदा युवा कांग्रेसियों के साथ श्रमदान के माध्यम से सक्रिय राजनीति में आने का बिगुल बजाया। हालांकि ये बात अलग है कि आज तक उस खेरौना गांव की स्थिति जैसी कि तैसी ही बनी हुई है।
गांधी परिवार ने कुछ समय बाद इस सदमें से उबरते हुए अमेठी के सियासी परिवार से ताल्लुक रखने वाले राजकुमार संजय सिंह सहित विभिन्न नेताओं के प्रयास एवं अनुरोध के फलस्वरुप राजीव गांधी को सक्रिय राजनीति में उतारा और वह 1981 में अमेठी से सांसद बने तथा अपने जीवन के अंतिम समय (20 मई 1991) तक संसद में अमेठी की रहनुमाई करते रहे। इसी दौरान संजय गांधी की पत्नी मेंनका गांधी पारिवारिक विवाद के कारण इंदिरा गांधी से अलग हो गईं। इसके बाद 1984 में इन्दिरा गांधी की हत्या के बाद उपजी जटिल परिस्थितियों में राजीव गांधी को प्रधानमंत्री का पद स्वीकार करना पड़ा था। 31 अक्टूबर 1984 को इंदिरा गांधी की हत्या के कुछ ही महीनों के बाद संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में सहानुभूति लहर का बेहद प्रभाव रहा तथा कांग्रेस को पूर्ण बहुमत प्राप्त हुआ और राजीव गांधी देश के पुन: प्रधानमंत्री बने। विशेष रूप से युवाओं में राजीव 'मिस्टर क्लीन' के रूप में मशहूर हुए।
देश फिर एक और चुनाव की ओर बढ़ ही रहा था कि इसी दौरान 1991 में चुनाव अभियान के दौरान ही राजीव गांधी की नृशंस हत्या कर दी गई। गांधी परिवार के लिए ये अब तक का सबसे बड़ा झटका था, क्योंकि अकेली सोनिया के साथ उनके छोटे बच्चे राहुल और प्रियंका भी थे। कांग्रेस को इसका सियासी फायदा मिला और उसकी सत्ता में वापसी हुई। वहीं राजीव गांधी की अमेठी की विरासत को उनके परिवार के बेहद करीबी कैप्टन सतीश शर्मा ने संभाला। गांधी परिवार से करीबी का सतीश शर्मा को फायदा भी मिला और वह दो बार लगातार न सिर्फ सांसद बने बल्कि केंद्र में पेट्रोलियम मंत्री का भी कार्यभार उन्हें सौंपा गया। उन्हीं के कार्यकाल में अमेठी क्षेत्र में राजीव गांधी पेट्रोलियम इंस्टीट्यूट की आधारशिला रखी गई। वर्ष 2008 से यहां कक्षाएं संचालित हो रही हैं।
अमेठी भारतीय रेल और सड़कों के माध्यम से भारत के कई प्रमुख शहरों जैसे दिल्ली, लखनऊ, कानपुर, देहरादून, हरिद्वार, इलाहाबाद, वाराणसी, कोलकाता, पुरी, भोपाल, मुंबई, बैंगलोर, चेन्नई से भलीभांति एवं सुगमतापूर्वक जुड़ा हुआ है। उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम बसों की एक संख्या से अमेठी निर्बाध स्थानीय और राष्ट्रीय कनेक्टिविटी प्रदान करता है।
भारत की जनगणना 2011 द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार, अमेठी नगर पंचायत की जनसंख्या 13,849 है, जिसमें 7,049 पुरुष हैं, जबकि 6,800 महिलाएं हैं। 2024 में अमेठी नगर पंचायत की वर्तमान अनुमानित जनसंख्या लगभग 19,500 है। [5]