अयान मुखर्जी | |
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जन्म |
24 अगस्त 1985 लखनऊ |
पेशा | निर्देशक |
कार्यकाल | 2005-वर्तमान |
अयान मुखर्जी लखनऊ, उत्तर प्रदेश में जन्में भारतीय फ़िल्म निर्देशक और अभिनेता हैं जिन्होंने अपना निर्देशकीय प्रवेश २६ वर्ष की आयु में करण जोहर के साथ 2009 की बॉलीवुड फ़िल्म वेक अप सिड में किया जो टिकट खिड़की पर दर्शकों द्वारा खुब सराही गई।[1][2]
मुखर्जी बंगाली फ़िल्म अभिनेता देब मुखर्जी के पुत्र हैं। उनके दादा सशाधर मुखर्जी फ़िल्म निर्माता थे जिन्होंने मुम्बई में फ़िल्मालाया स्टूडियो स्थापित किया और दिल देके देखो (1959), लव इन शिमला (1960), एक मुसाफ़िर एक हसीना (1962) और लीडर (1964) जैसी फ़िल्में दी। यह स्टूडियो अब परिवार के अन्य सदस्यों द्वारा संचालित किया जाता है।[3][4] वो जॉय मुखर्जी के भतिजे हैं और काजोल तथा तनीषा मुखर्जी के चचेरे भाई हैं और रानी मुखर्जी के भी दूर के चचेरे भाई हैं।[5][6]
मुखर्जी ने अपना कार्य 2004 की फ़िल्म स्वदेश में अपने रिस्तेदार आशुतोष गोवरिकर के सहायक के रूप में आरम्भ किया और उसके पश्चात कभी अलविदा ना कहना में जोहर के साथ कार्य किया। फ़िल्मों से एक लघु अवकाश लेने के पश्चात, मुखर्जी ने वेक अप सिड की पटकथा लिखी और यह जोहर को दी, जिन्होंने इस पर फ़िल्म बनाने का निर्णय किया।[4] रणबीर कपूर और कोंकणा सेन शर्मा अभिनीत यह फ़िल्म सफल रही।[7] मुखर्जी की अगली फ़िल्म ये जवानी है दीवानी है जो पुनः करण जोहर के धर्मा प्रोडक्शन बैनर तले बनी और रणबीर कपूर तथा दीपिका पादुकोण इसमें मुख्य भूमिका में हैं। इस फ़िल्म को टिकट खिड़की पर भारी ससफलता मिली। फ़िल्म ने सात दिन में सौ करोड़ का आँकड़ा पार कर लिया।[8][9]
वर्ष | फ़िल्म | टिप्पणी |
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2020 | वेक अप सिड | सर्वश्रेष्ठ नवोदित निर्देशक का फ़िल्मफेयर पुरस्कार |
2013 | ये जवानी है दीवानी |
2010: फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार
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(मदद)