असुरक्षा अपने शाब्दिक रूप में निम्न लिखित से सम्बंधित हो सकता है:
- जोखिम: किसी मूल्य की चीज़ को पाने या खोने की सम्भावना को कहते हैं। जोखिम के कार्यों और प्रक्रियाओं में अनिश्चितता का तत्त्व उपस्थित होता है।[1] जोखिम एक विस्तृत अवधारणा है जिसका विभिन्न परस्थितियों में विभिन्न प्रकार से विश्लेषण व प्रबंधन किया जाता है।
- आँकड़ों की सुरक्षा या डाटा सुरक्षा: उदाहरण के लिए आधार कार्ड से जुड़ी सूचनाओं के लीक होने की ख़बरों के बीच भारत में डाटा सुरक्षा को लेकर नई बहस खड़ी हो गई है। आधार की संवैधानिकता पर सवाल और निजता के अधिकार के हनन की आशंकाओं के बीच, डिजिटल पारदर्शिता की मांग भी उठने लगी है।[2]
- कंप्यूटर सुरक्षा: साइबर सुरक्षा ,कंप्यूटर सुरक्षा या आई टी सुरक्षा का अर्थ कंप्यूटर सिस्टम को चोरी से रोकेने और उसके हार्डवेयर , सॉफ्टवेर और जानकारियों को नुक्सान होने से बचाने के साथ-साथ उसके सेवाओ के विघटन और गुमराह होने से बचाने से संबंधित है।
- भावनात्मक सुरक्षा: भावनात्मक सुरक्षा हमारे भीतर से आती है यह हम क्या महसूस कर रहे हैं "जानने" है; हमारी भावनाओं को पहचानने और फिर उन्हें महसूस करने का अंतिम जोखिम लेने में सक्षम होने की क्षमता। [3]