क्रिकेट आयरलैंड | |
संस्था | क्रिकेट आयरलैंड |
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Personnel | |
कप्तान | लौरा डेलानी |
कोच | एड जॉयस |
International Cricket Council | |
As of 4 अक्टूबर 2020 |
आयरलैंड की महिला क्रिकेट टीम अंतरराष्ट्रीय महिला क्रिकेट में आयरलैंड का प्रतिनिधित्व करती है। आयरलैंड में क्रिकेट का संचालन क्रिकेट आयरलैंड द्वारा किया जाता है और यह ऑल-आयरलैंड के आधार पर आयोजित किया जाता है, जिसका अर्थ है कि आयरिश महिला टीम उत्तरी आयरलैंड और आयरलैंड गणराज्य दोनों का प्रतिनिधित्व करती है।
आयरिश महिला टीम ने अपने पुरुष समकक्षों से पहले अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में प्रवेश किया, 1987 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैचों की शृंखला में अपना पहला एकदिवसीय मैच खेला (पुरुष टीम की एकदिवसीय शुरुआत करने के 19 साल पहले), हालाकि उन्होंने सभी तीन मैचों को 100 से अधिक रनो से गवाया। लेकिन फिर भी ऑस्ट्रेलिया में अगले वर्ष विश्व कप में भाग लेने के लिए उन्हें आमंत्रित किया गया था। उस विश्व कप में, वे चौथे स्थान पर रहे, न्यूजीलैंड से तीसरे स्थान के लिए खेलते हुए हार गए। आयरलैंड टूर्नामेंट में पांच में से चौथे स्थान पर आया, आयरलैंड ने केवल दो मैच जीते (दोनों नीदरलैंड्स के खिलाफ)। अगले साल, डेनमार्क में हुई पहली महिला यूरोपीय चैम्पियनशिप में आयरलैंड ने भाग लिया।
1990 के दशक के पहले दो वर्षों में फिर से आयरलैंड ने यूरोपीय चैंपियनशिप में भाग लिया। 1990 में, उपविजेता के रूप में और 1991 में तीसरे स्थान पर रहा। उन दो टूर्नामेंटों के मध्य में इंग्लैंड महिला क्रिकेट टीम के खिलाफ 2 मैचों की एकदिवसीय शृंखला खेली थी, जिसे इंग्लैंड आसानी से जीता था। 1993 में उन्हें फिर से विश्व कप में प्रतिस्पर्धा करते देखा गया, इस बार वे पांचवें स्थान पर रहा। 1995 में अगली यूरोपीय चैम्पियनशिप फिर उपविजेता बने। 1997 के विश्व कप में आयरलैण्ड क्वार्टर फाइनल में न्यूजीलैंड से हार गया। 1990 के दशक के अंत में वे 1999 में यूरोपीय चैम्पियनशिप फिर उपविजेता बने।
डबलिन में दो दिनों के अंदर एक पारी से पाकिस्तान महिला क्रिकेट टीम को हराकर आयरलैंड ने अपना पहला टेस्ट मैच 2000 में जीता।[1] यह अभी भी उनका एकमात्र टेस्ट मैच है। उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ एकदिवसीय शृंखला में भी अपना दबदबा कायम रखा, जिसमें पाँचवें मैच में 4-0 से जीत दर्ज की। वे अभी भी उस वर्ष के बाद विश्व कप में केवल सातवें स्थान पर रह सके, हालांकि उनकी एकमात्र जीत नीदरलैंड के खिलाफ रही थी। अगले वर्ष, उन्होंने यूरोपीय चैम्पियनशिप जीती, और वह सात टूर्नामेंटों में से केवल एक ही बार एसा हुआ था कि इंग्लैंड की टीम ने प्रतियोगिता नहीं जीती हो। उस सातवें स्थान का मतलब था कि उन्हें 2003 के आईडब्ल्यूसीसी ट्रॉफी में भाग लेना था, जिसे अब विश्व कप क्वालीफायर के रूप में जाना जाता है। उन्होंने उस टूर्नामेंट में हर खेल जीता, जिससे उन्होने 2005 में दक्षिण अफ्रीका में विश्व कप के लिए क्वालीफाई किया। वे उस टूर्नामेंट में अंतिम स्थान पर आए, जिसका अर्थ है कि उन्हें 2009 विश्व कप के लिए फिर से क्वालीफाई करना होगा। बाद में वर्ष में, वे फिर से यूरोपीय चैम्पियनशिप में इंग्लैंड के लिए उपविजेता के रूप में समाप्त हुए।
उन्होंने नीदरलैंड के खिलाफ दो मैचों की एकदिवसीय शृंखला खेली, जिसमें दोनों मैच जीते। नवंबर 2007 में, वे लाहौर में महिला विश्व कप क्वालीफ़ायर में गए, जहाँ उन्होंने बरमूडा, नीदरलैंड, पाकिस्तान, पापुआ न्यू गिनी, स्कॉटलैंड, दक्षिण अफ्रीका और एक अफ्रीकी क्वालीफ़ायर से खेले।
2009 में, आयरलैंड ने यूरोपीय चैम्पियनशिप जीतने के लिए नीदरलैंड को हराया।[2]
अप्रैल 2016 में, लौरा डेलनी को आयरलैंड की महिला क्रिकेट टीम की कप्तान के रूप में नामित किया गया, जिन्होंने इसोबेल जॉयस की जगह ली, जिन्होंने भारत में 2016 आईसीसी महिला विश्व ट्वेंटी 20 के बाद इस्तीफा दे दिया।[3][4][5]
स्कॉटलैंड के खिलाफ आयरलैण्ड के खिलाड़ी।[6]