आरपी-संजीव गोयनका समूह (अथवा आरपीएसजी ग्रूप) भारतीय बहुराष्ट्रीय संगुटिका है जिसका मुख्यालय कोलकाता में है। इसकी स्थापना आरपीजी एंटरप्राइजेज का वर्ष 2011 में हुआ विनिवेश था। इसका मुख्या व्यवसाय बिजली और ऊर्जा, कार्बन ब्लैक का निर्माण, खुदरा, आईटी सेवायें, एफएमसीजी, मीडिया और मनोरंजन, आधारभूत सेवायें एवं शिक्षा है।
राम प्रसाद गोयनका ने वर्ष 1979 में फिलिप्स कार्बन ब्लैक, एशियन केबल्स, अग्रपारा जूट और मर्फी इंडिया के साथ आरपीजी एंट्रप्राइजेज की स्थापना की।[1]
वर्ष 1981 में इस समूह ने सीएट टायर्स का अधिग्रहण कर लिया। केईसी इंटरनेशनल का अधिग्रहण वर्ष 1982 में किया।[2] वर्ष 1986 में इसने संगीत कंपनी ग्रामोफोन कंपनी ऑफ़ इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (वर्तमान में सारेगामा) का अधिग्रहण किया।[3] चाय और रबड़ वृक्षारोपण कंपनी हैर्रिसन्स मलयालम को वर्ष 1988 में अधिग्रहित किया गया। अगले वर्ष कलकत्ता इलेक्ट्रिक सप्लाई कॉर्पोरेशन (सेस्क लिमिटेड), रायचेम टेक्नोलॉजीज और स्पेंसर्स का अधिग्रहण किया गया।[4]
वर्ष 1993 में नोएडा पावर कंपनी लिमिटेड को संयुक्त उद्यम के रूप में निर्मित किया गया जिससे नोएडा और ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में बिजली आपूर्ति की जा सके। इस उद्यम में इनकी साझेदार कंपनी ग्रेटर नोएडा इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट ऑथोरिटी थी।[5] वर्ष 2009 में समूह ने साप्ताहिक सामयिकी के रूप में ओपेन नामक पत्रिका के प्रमोचन के साथ मीडिया के क्षेत्र में प्रवेश किया।[6]
वर्ष 2010 में इस समूह के व्यवसाय को राम प्रसाद गोयनका के पुत्रों हर्ष गोयनका और संजीव गोयनका में दो भागों में विभाजित किया गया। आरपी संजीव गोयनका समूह की स्थापना 13 जुलाई 2011 को संजीव गोयनका की अध्यक्षता में की गयी।[7]