इन्वा အင်းဝ आवा | |
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Country | Burma |
Region | Mandalay Region |
District | Kyaukse District |
Founded | 26 February 1365 |
जनसंख्या | |
• Ethnicities | Bamar |
• Religions | Theravada Buddhism |
समय मण्डल | MST (यूटीसी+6.30) |
आवा या इन्वा या रतनपुर (बर्मी भाषा: အင်းဝမြို့ / ang:wa.mrui., IPA: [ʔɪ́ɴwa̰ mjo̰] या [ʔəwa̰ mjo̰) म्यांमार (बर्मा) राज्य की प्राचीन राजधानी है जो ईरावदी नदी पर सागैंग नगर के सम्मुख विपरीत किनारे पर स्थित है। इसका प्राचीन नाम यदनपुर (रतनपुर), अर्थात् 'बहुमूल्य पत्थरों का नगर' है।
आवा, बर्मा के माण्डले क्षेत्र में स्थित एक नगर है जो १४वीं से १९वीं शताब्दी तक बर्मा के प्राचीन राजाओं की राजधानी हुआ करता था। इतिहस में यह नगर कई बार उजड़ा और फिस बसा। १८३९ में एक के बाद एक कई भूकम्प आने से यह नगर पूर्णतः नष्ट हो गया जिससे राजधानी के रूप में इसका परित्याग कर दिया गया। यद्यपि आज इसके प्राचीन गौरव के बहुत कम चिह्न बचे हैं किन्तु यह बर्मा का प्रमुख पर्यटन स्थल है।
इस नगर की स्थापना ध्वस्त पगान नगर के उत्तराधिकारी नगर के रूप में 1364 ई. में थाडोमिन पाया द्वारा हुई थी। यहाँ निर्मित अनेक धार्मिक भवन पगान स्थित धार्मिक भवनों के ही समान हैं। आवा नगर लगभग चार शताब्दियों तक राजकीय केंद्र था। इस काल में 30 शासकों द्वारा राजसिंहासन सुशोभित हुआ। 1839 ई. के भूकंप में नगर खंडहर हो गया। परिषद् भवन और राजकीय भवन के कुछ भागों के अवशेष अब भी विद्यमान हैं। अधिकांश धार्मिक भवन (बौद्ध) ध्वस्त अवस्था में हैं।
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