उप्रेती (उच्च कुलीन ब्राह्मण) मुख्यतः भारत के उत्तराखण्ड राज्य के कुमाऊँ क्षेत्र में रहने वाले उच्च कुलीन ब्राह्मण हैं ।[उद्धरण चाहिए]
इस समुदाय के लोग, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, मध्य प्रदेश, राजस्थान, सिक्किम, आसाम, नेपाल और भूटान,में भी रहते हैं। अपनी परम्पराओं के अनुसार, ये शैव सम्प्रदाय के अनुयायी हैं, जो भगवान शिव को अपना आराध्य मानते हैं।
बद्री दत्त पाण्डेय अपनी पुस्तक कुमाऊं के इतिहास में लिखते हैं कि कान्यकुब्ज ब्राह्मण शम्भु शर्मा काली कुमाऊं क्षेत्र में आए तथा उप्रेडा गांव में बस गए। इस प्रकार इनके वंशज उप्रेती कहलाए। तथा चन्द राजाओं के यहां पर राजपुरोहित,राजमंत्री,दीवान,आदि उच्च पदों पर सम्मानित रहे।
दूसरी ओर पंडित रामदत्त ज्योतिर्विद बताते हैं कि कुमाऊं में मण कोटि राजाओं के समय शिव प्रसाद वाजपेई उनके यहां आए उनकी विद्वता के प्रतिरूप राजा ने उन्हें राजपुरोहित बनाया और उप्रेत्याड़ा गांव जागीर में देकर विनायपूर्वक रोक लिए । इस प्रकार राजा के उप(समीप) रहने के कारण इनके वंशज उप्रेती कहलाए।
वर्तमान में ये लोग कुमाऊं के साथ अनेक अन्य स्थानों में भी निवास कर रहे हैं।