कभी आये ना जुदाई | |
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लेखक | एस.फरहान शोभित जयसवाल दीया लिमये बैरी ढिल्लन |
निर्देशक | संतोष भट्ट |
अभिनीत | नीचे देखें |
मूल देश | भारत |
एपिसोड की सं. | 340 |
उत्पादन | |
निर्माता | दीप्ति भटनागर |
प्रसारण अवधि | 26 मिनट |
मूल प्रसारण | |
नेटवर्क | स्टार प्लस |
प्रसारण | 27 जनवरी 2003 4 नवम्बर 2004 | –
कभी आए ना जुदाई स्टार प्लस पर एक भारतीय हिंदी दैनिक सोप ओपेरा था। यह एक संयुक्त परिवार की कहानी है जो खुद को अब तक के सबसे बड़े प्रलोभन - पैसे - का सामना करना पड़ता है।[1][2]
कहानी उन समस्याओं से संबंधित है जो पैसा एक परिवार में उनके रिश्तों के ताने-बाने को बदलने के साथ लाता है। पैसे के प्रलोभन के कारण एक खुशहाल परिवार कैसे टूट जाता है। श्रृंखला इस बात पर केंद्रित है कि समय की कसौटी पर खरा उतरने के बावजूद राजेश्वर और राधिका के बीच का रिश्ता कैसे बदलता है, और कन्या की कहानी और शादी के बाद उसका जीवन कैसे बदलता है।