करम नृत्य, एक परम्परिक नृत्य है, जो झारखण्ड, पश्चिम बंगाल, असम, छत्तीसगढ़, ओडिशा तथा बांग्लादेश में किया जाता है। इसे करम परब के अवसर पर प्रस्तुत किया जाता है, जो भादो, आश्विन, कार्तिक तक चलता है। करम जावा बनाने, जंगल से करम डाली काटकर लाने, करम डाली की पूजा करने, करम कथा सुनाने तथा करम डाली को नदी -तालाब में विसर्जन करने के दौरान यह नृत्य किया जाता है।
प्रमुख वाध्य यंत्र = ' मांदर '
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