कल की आवाज़ | |
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![]() कल की आवाज़ का पोस्टर | |
निर्देशक | रवि चोपड़ा |
लेखक | राही मासूम रज़ा (संवाद) |
पटकथा |
कुलवंत जानी सतीश भटनागर |
कहानी | राही मासूम रज़ा |
निर्माता |
बी आर चोपड़ा रवि चोपड़ा |
अभिनेता |
धर्मेन्द्र, राजबब्बर, अमृता सिंह, रोहित भाटिया प्रतिभा सिन्हा नीना गुप्ता, पुनीत इस्सर, फरीदा ज़लाल, |
संगीतकार | नदीम-श्रवण |
प्रदर्शन तिथियाँ |
21 अगस्त, 1992 |
देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
कल की आवाज़ 1992 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है जिसमें धर्मेन्द्र, राज बब्बर, अमृता सिंह और प्रतिभा सिन्हा मुख्य भूमिकाओं में हैं।[1] इसे बलदेव राज चोपड़ा और रवि चोपड़ा की पिता-पुत्र जोड़ी ने निर्मित और निर्देशित किया।
पुलिस आयुक्त हमजा शेख की सेवानिवृत्ति के बाद, डीएसपी अली हैदर जाफरी ने कार्यभार सँभाला। इसके तुरंत बाद, वह अपनी क्षमताओं को प्रदर्शित करता है जब वह यद्यपि बैंक के ग्राहकों के जीवन को खतरे में डालकर बैंक लुटेरों के गिरोह को सफलतापूर्वक पकड़ता है। तब कॉन्टिनेंटल बैंक के अध्यक्ष श्रीवास्तव के बेटे का अपहरण कर लिया गया और फिरौती की माँग रखी गई। अली इस बारे में जान पाता है अउर हस्तक्षेप करता है, लेकिन बच्चे को बचाने में असमर्थ होता है। इसके परिणामस्वरूप इस घटना को गलत तरीके से निपटारे की काफी आलोचना होती है। तब अली की अपनी ही दुनिया उलटी हो गई जब उसकी बेटी शगुफ्ता, जो गृह मंत्री सैयद नूरुद्दीन अहमद के बेटे नसीरुद्दीन से शादी करने वाली है, का नसीरुद्दीन के साथ अपहरण कर लिया जाता है।
संगीत नदीम श्रवण की जोड़ी ने दिया है और गीतकार समीर है। "किसी मेहरबाँ ने आके", "सबसे हम दूर हुए" और "आज रात चाँदनी है" इस एल्बम के सबसे लोकप्रिय गीत हैं।
शीर्षक | गायक |
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"किसी मेहरबाँ ने आके" | कुमार सानु, आशा भोसले |
"क्यों लड़कियाँ हमसे" | कुमार सानु, आशा भोंसले |
"कर ना सके हम" | कुमार सानु, आशा भोंसले |
"तुम्हारी नज़रों ने हम" | कुमार सानु, आशा भोंसले |
"जब से देखा तुमको" | कुमार सानु, आशा भोंसले |
"सबसे हम दूर हुए" | कुमार सानु, साधना सरगम |
"आज रात चाँदनी है" (I) | कुमार सानु, साधना सरगम, अलका याज्ञिक |
"तुम्हारी नज़रों ने हम" | आशा भोंसले |
"आज रात चाँदनी है" (II) | कुमार सानु, साधना सरगम |
"आज रात चाँदनी है (दुखद)" | साधना सरगम |