क़ज़ा

क़ज़ा (अरबी: قضاء‎‎, अंग्रेज़ी: Qadaa) या क़दा कुछ अरब देशों में द्वितीय स्तर के प्रशासनिक विभाग होते हैं जिनका दर्जा लगभग भारत के ज़िलों के बराबर होता है। उदाहरण के लिये इराक़ के प्रान्तों को क़ज़ाओं में बांटा जाता है। इसका नाम उसमानी साम्राजय के ज़माने में पड़ा था - क़ज़ा उस क्षेत्र को कहा जाता था जो किसी क़ाज़ी की निगरानी में रखा गया हो।[1][2] [3][4]

उच्चारण

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'क़ज़ा' को अरबी लिपि में 'قضاء‎' लिखा जाता है जिसमें 'ض‎' का अक्षर (जो 'ज़ुआद' कहलाता है) भारतीय उपमहाद्वीप, अफ़ग़ानिस्तान और ईरान में 'ज़' का उच्चारण रखता है, जबकि अरब देशों में इसका उच्चारण 'द' या 'ध' से मिलता-जुलता किया जाता है। इसलिए इस विभाग के नाम को - 'क़ज़ा' और 'क़दा' - दोनों उच्चारणों के साथ पाया जाता है।

इन्हें भी देखें

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सन्दर्भ

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  1. Gökhan Çetinsaya. The Ottoman Administration of Iraq, 1890-1908. SOAS/Routledge Studies on the Middle East. Routledge, 2006. p. 8-9. ISBN 9780203481325
  2. Suraiya Faroqhi. Approaching Ottoman History: An Introduction to the Sources. Cambridge University Press, 1999. p. 88. ISBN 9780521666480
  3. Donald Quataert. The Ottoman Empire, 1700-1922. 2nd Ed. Volume 34 of New Approaches to European History. Cambridge University Press, 2005. p. 108. ISBN 9781139445917
  4. Eugene L. Rogan. Frontiers of the State in the Late Ottoman Empire: Transjordan, 1850-1921. Volume 12 of Cambridge Middle East Studies. Cambridge University Press, 2002. p. 12. ISBN 9780521892230