काकोरी Kakori | |
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निर्देशांक: 26°53′N 80°48′E / 26.88°N 80.80°Eनिर्देशांक: 26°53′N 80°48′E / 26.88°N 80.80°E | |
देश | भारत |
राज्य | उत्तर प्रदेश |
ज़िला | लखनऊ ज़िला |
शासन | |
• प्रणाली | MAYOR - AASMI |
जनसंख्या (2011) | |
• कुल | 19,403 |
भाषाएँ | |
• प्रचलित | हिन्दी |
समय मण्डल | भारतीय मानक समय (यूटीसी+5:30) |
काकोरी (Kakori) भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के लखनऊ ज़िले में स्थित एक नगर और नगर पंचायत है। यह जगह भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम के दौरान क्रान्तिकारी काकोरी काण्ड के लिए जानी जाती है। यहाँ पर काकोरी शहीदों की स्मृति में एक स्मारक भी है।[1][2][3]
ककोरी का इतिहास भारतीय स्वतन्त्रता आन्दोलन में प्रमुख स्थान रखता है। काकोरी कांड स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में एक चिर स्मरणीय स्वर्णिम घटना है। काकोरी कांड की पूरी योजना क्रांतिवीर श्री राम प्रसाद विस्मिल ने बनाई थी। क्रांतिकारी आंदोलन चलाने के लिए धन एकत्र करने की दृष्टि से, भावनात्मक दृष्टि से तथा सरकारी खजाने पर कब्ज़ा करने की दृष्टि से इस संगठन के सदस्यों ने सहारनपुर पैसेंजर में जो सरकारी रेल की धनराशि जा रही थी उसे लूटने की योजना बनायी। 9 अगस्त 1925 को सायकाल के समय इस संगठन के 10 सदस्यों ने काकोरी स्टेशन से ट्रेन में प्रवेश किया। जैसे ही ट्रेन आगे चली श्री विस्मिल ने चैन खींच दी। ट्रेन पर कब्जा करके इन आन्दोनल कारियों ने 8000 रुपये की नगदी लूट ली। ये घटना ब्रिटिश हुकूमत के लिए बहुत बड़ी चुनौती थी।
इस शहर के स्मृति को अक्षुण बनाये रखने के लिये मंगल ग्रह के एक प्रमुख क्रेटर का नाम भी काकोरी ही रखा गया है।[4]