कार्तिक | |
---|---|
![]() | |
जन्म |
मुरली कार्तिकेयन मुथुरमन 13 सितम्बर 1960 मद्रास, भारत |
शिक्षा की जगह | द न्यू कॉलेज, चेन्नई |
पेशा |
|
कार्यकाल |
|
जीवनसाथी |
|
बच्चे | 3 |
मुरली कार्तिकेयन मुथुरमन (जन्म 13 सितंबर 1960), जिन्हें उनके मंच नाम कार्तिक से जाना जाता है, एक भारतीय अभिनेता, पार्श्व गायक और राजनेता हैं जो तमिल सिनेमा में काम करते हैं।[2] वह अनुभवी अभिनेता आर. मुथुरमन के बेटे हैं। कार्तिक 1980 और 90 के दशक में इंडस्ट्री के सबसे बड़े सितारों में से एक थे। उन्हें पहली बार भारतीराजा द्वारा तमिल फिल्म अलाइगल ओइवाथिल्लई (1981) में पेश किया गया था और वह अपने दम पर तमिल फिल्मों में मुख्य अभिनेता बन गए। वह कुछ तेलुगु फिल्मों में भी दिखाई दिए हैं जहाँ उन्हें मुरली के रूप में श्रेय दिया गया है। कार्तिक को सभी प्रकार के कार्यों और भावनाओं को व्यक्त करने की क्षमता रखने के लिए नवरस नायकन के नाम से जाना जाता है (बहु-प्रतिभाशाली अभिनेता) उन्होंने 125 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया है। वह तमिलनाडु राज्य फिल्म पुरस्कार और नंदी पुरस्कार के प्राप्तकर्ता रहे हैं। उन्होंने चार फिल्मफेयर पुरस्कार दक्षिण जीते।[3]
कार्तिक का जन्म मुरली कार्तिकेयन मुथुरमन के रूप में 13 सितंबर 1960 को चेन्नई में अनुभवी अभिनेता आर. मुथुरमन के घर हुआ था। उनकी रागिनी के साथ पहली शादी से उनके दो बेटे, गौतम और घयन हैं, और राठी के साथ उनकी दूसरी शादी से एक और बेटा थिरन है।[4][5]
कार्तिक को पहली बार भारतीराजा द्वारा फिल्म अलाइगल ओइवाथिल्लई (1981) में पेश किया गया था। उन्हें 1981 में तमिलनाडु सरकार से बेस्ट न्यू फेस अवार्ड मिला। उन्होंने उसी वर्ष फिल्म सीताकोका चिलाका के तेलुगु संस्करण में अभिनय किया, जिसका नाम मुरली था। उन्होंने मणिरत्नम, भारतीराजा , विशु, आर. सुंदरराजन , अमीरजन, आर.वी. उदयकुमार, प्रियदर्शन, फ़ाज़िल, विक्रमन, अगथियान ,सुंदर सी. , के.एस. रविकुमार , पी. वासु और के.वी. आनंद के साथ कई फिल्मों में काम किया।[6]
कार्तिक ने अपने करियर के शुरुआती दौर मे आरवी उदय कुमार के साथ तीन फिल्मों काम किया। उन्होंने बाद में कई कॉमेडी फिल्मों में गौंडामणि के साथ साझेदारी की। उन्हें रजनीकांत के खिलाफ एक भूमिका में नल्लवनुक्कु नल्लवन (1984) में उनके प्रदर्शन के लिए तमिल दर्शकों द्वारा भी खूब सराहा गया। कार्तिक ने 80 के दशक की शुरुआत से मध्य तक कई फिल्में कीं, लेकिन 1986 तक कई फिल्में जैसे भगवतीपुरम रेलवे गेट (1983), पे विदु (1984) और राजा थांथीराम (1984) विशिष्ट कम बजट की मसाला फिल्में थीं और अपनी छाप छोड़ने में असफल रहीं।
उन्होंने केवी आनंद की अनेगन में एक नकारात्मक भूमिका निभाई, जहां वह धनुष के साथ दिखाई दिए। उन्होंने थाना सेरंधा कुट्टम (2018) में सूर्या के साथ और श्री चंद्रमौली (2018) में उनके बेटे गौतम कार्तिक के साथ अभिनय किया। उन्होंने फिल्म देव (2019) में अभिनेता कार्थी के साथ अतिथि भूमिका निभाई थीं।[7]
उन्होंने 1988 में फिल्म सोलाइकुयिल में उनके सह-कलाकारा अभिनेत्री रागिनी से शादी की। उनके दो बेटे हैं, अभिनेता गौतम कार्तिक और घन कार्तिक। उन्होंने 1992 में रागिनी की बहन, राठी से भी शादी की और इस जोड़े का एक बेटा थिरन कार्तिक है।[8]