किशनगढ़ Kishangarh | |
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फूल महल, किशनगढ़ | |
निर्देशांक: 26°35′N 74°51′E / 26.59°N 74.85°Eनिर्देशांक: 26°35′N 74°51′E / 26.59°N 74.85°E | |
देश | भारत |
प्रान्त | राजस्थान |
ज़िला | अजमेर ज़िला |
क्षेत्रफल | |
• कुल | 895.78 किमी2 (345.86 वर्गमील) |
ऊँचाई | 433 मी (1,421 फीट) |
जनसंख्या (2011) | |
• कुल | 1,54,886 |
• घनत्व | 170 किमी2 (450 वर्गमील) |
भाषा | |
• प्रचलित | हिन्दी, राजस्थानी |
समय मण्डल | भामस (यूटीसी+5:30) |
पिनकोड | 305801, 305802 |
दूरभाष कोड | 01463 |
वाहन पंजीकरण | RJ-01, RJ-42 |
किशनगढ़ (Kishangarh) भारत के राजस्थान राज्य के अजमेर ज़िले में स्थित एक नगर है। यह इसी नाम की तहसील का मुख्यालय भी है। किशनगढ़ अजमेर से 18 किमी पूर्वोत्तर और जयपुर से 102 किमी दक्षिणपश्चिम में स्थित है।[1][2]
किशनगढ़ चित्रकला यहीं से जन्मी। इस चित्रकला में 'बनी-ठनी' नामक एक दरबारी का सुन्दर चित्रण है।
वर्तमान समय में यह राजस्थान की 'मार्बल नगरी' के नाम से विख्यात है। यहाँ किशनगढ़ डम्पिंग यार्ड भी है। किशनगढ़ में डंपिंग यार्ड का निर्माण – मार्बल औघोगिक क्षेत्र से रोजाना हजारो लीटर मार्बल और ग्रेनाइट स्लेरी निकलती है जो अनुपयोगी है। मार्बल पत्थर और ग्रेनाइट को काटने के दोरान निकलने वाले पाउडर को स्लेरी कहते है ।जिस भी जगह इस स्लेरी को डाला जाता वंहा पेड़ पोधे नष्ट हो जाते और भूमि बंजर हो जाती । इसलिए मार्बल एसोसिएशन द्वारा स्लेरी डालने के लिए एक जगह निर्धारित की गयी जिसे डंपिंग यार्ड के नाम से जाना जाता है भारत सरकार केन्द्रीय नियंत्रण बोर्ड ने सभी औघोगिक कारखानों से निकलने वाले स्लेरी (पाउडर ) को डंपिंग यार्ड में डालने के लिए पाबंद कर रखा है । डंपिंग यार्ड लगभग ३०० बीघा एरिया में फेला हुआ है और ये पूरा मार्बल स्लेरी से बना हुआ है इस मार्बल स्लेरी (पाउडर) को डंपिंग यार्ड में डालने के लिए ६५० टेंकर मार्बल एसोसिएशन द्वारा कार्य करत है । सम्पूण स्लेरी (सफेद पाउडर ) को एक निश्चित जगह डालने से डंपिंग यार्ड का निर्माण हुआ । किशनगढ़ डंपिंग यार्ड को राजस्थान के स्विट्जरलैंड के नाम से भी जाना जाता है बरसात के मोसम में यंहा का द्रश्य स्विट्जरलैंड की बर्फीली वादियों जेसा दिखाई देता है । डंपिंग यार्ड में प्रवेश करने के लिए किशनगढ़ की मार्बल एसोसिएशन से परमिशन लेना जरुरी है । डंपिंग यार्ड में घुमने जाने का टाइम सुबह 10 बजे से शाम 6:00 तक है । यंहा परराजस्थान सहित बाहरी राज्य के पर्यटक भी गुमने आते है और अब विदेशी सैलानी भी आने लगे है। अब तक किशनगढ़ डंपिंग यार्ड में बॉलीवुड के कई प्रशिद्ध कलाकार शूटिंग कर चुके है । अनिल कपूर की फिल्म 'थार' , टाइगर श्रॉप और श्रद्धा कपूर की फिल्म ‘बागी 3’, कॉमेडियन कपिल शर्मा की फिल्म 'किस - किस से प्यार करू ' आदि फिल्मो की शूटिंग की जा चुकी है। यह जगह फोटोसूट और एल्बम सूट के लिए भी अत्यधिक लोकप्रिय है सुनाक्षी सिन्हा ,प्रभु देवा ,सपना चोधरी सहित अन्य कलाकार यंहा एल्बम की शूटिंग कर चुके है।
यहाँ से राष्ट्रीय राजमार्ग 48 और राष्ट्रीय राजमार्ग 448 गुज़रते हैं और इसे देशभर से जोड़ते हैं।
2001 की जनगणना के अनुसार किशनगढ़ की कुल जनसंख्या 116,156 थी जिसमें 53% पुरुष एवं 47% महिलाएँ शामिल थीं। किशनगढ़ की औसत साक्षरता दर 62% थी जो राष्ट्रीय औसत 59.5% से अधिक थी।2011 की जनगणना के अनुसार किशनगढ़ की जनसंख्या १,५४,८८६ है।[3][4]