कुंडेश्वर Kundeshwar | |
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![]() कुंडेश्वर शिव मन्दिर | |
निर्देशांक: 24°41′46″N 78°48′00″E / 24.696°N 78.800°Eनिर्देशांक: 24°41′46″N 78°48′00″E / 24.696°N 78.800°E | |
देश | ![]() |
राज्य | मध्य प्रदेश |
क्षेत्र | बुन्देलखण्ड |
संभाग | सागर |
ज़िला | टीकमगढ़ ज़िला |
ऊँचाई | 427 मी (1,401 फीट) |
जनसंख्या (2001) | |
• कुल | 2,500 |
भाषा | |
• प्रचलित | हिन्दी, बुन्देली |
समय मण्डल | भामस (यूटीसी+5:30) |
पिनकोड | 472005 |
दूरभाष कोड | +91-7683 |
वाहन पंजीकरण | MP-36 |
साक्षरता | 68%[1] |
कुंडेश्वर (Kundeshwar) भारत के मध्य प्रदेश राज्य के टीकमगढ़ ज़िले में स्थित एक गाँव है। यह टीकमगढ़ से 5 किलोमीटर दक्षिण में है। यहाँ का प्राचीन 'कुण्डदेव महादेव' मन्दिर प्रसिद्ध है जो जमड़ार नदी के किनारे स्थित है।[2][3]
यह ललितपुर टीकमगढ़ प्रदेश राज्यमार्ग पर स्थित है। महाराजा वीर सिंह जूदेव के समय काल में बनारसीदास चतुर्वेदी इस क्षेत्र में रहने आए जिन्होंने कुंडेश्वर में शिक्षकों के प्रशिक्षण के लिए बेसिक ट्रेनिंग सेंटर बीटीसी की स्थापना की डॉ राजेंद्र प्रसाद प्रथम राष्ट्रपति भारत सरकार का भी आगमन इनके प्रयासों से यहां पर हुआ था जिन्होंने राजेंद्र सागर बांध का उद्घाटन किया था। पर जवाहर नवोदय विद्यालय भी है, जिसकी शुरुआत सन् 1985 में राजीव गांधी जी ने की थी। यहाँ पर को नदी बहती है वह अंत में ओरछा में जामनी नदी में जाकर मिल जाती है।