कुछ तो लोग कहेंगे | |
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शैली | नाटक प्रेम |
निर्माणकर्ता | डायरेक्टर कट्स प्रोड्क्शनस् |
लेखक | कमलेश पांडे दिलीप झा अर्चिता विश्वास |
निर्देशक | मंदार देवस्थली शरद पांडे ऋषि मांडियल |
रचनात्मक निर्देशक | रितेश मोदी |
प्रारंभ विषय | सुकन्या पुरकायस्थ द्वारा "सैंया नैनो की भाषा" |
मूल देश | भारत |
मूल भाषा(एँ) | हिन्दी |
सीजन की सं. | 01 |
एपिसोड की सं. | कुल 361 |
उत्पादन | |
छायांकन | सतीश शैट्टी |
संपादक | समीर गांधी |
प्रसारण अवधि | 20 मिनट |
मूल प्रसारण | |
नेटवर्क | सोनी एंटरटेनमैंट टेलीविजन (भारत) |
प्रसारण | 3 अक्तूबर 2011 – 28 मार्च 2013 |
कुछ तो लोग कहेंगे सोनी टीवी पर पूर्व प्रसारित होने वाला एक भारतीय टेलीविजन धारावाहिक है।[1] यह 03 अक्तूबर 2011 को आरम्भ हुआ था और 28 मार्च 2013 को कार्यक्रम का अंतिम प्रकरण प्रसारित किया गया।[2] यह धारावाहिक पाकिस्तानी सुप्रसिद्ध धारावाहिक धूप किनारे पर आधारित है। [3]
डॉ आशुतोष माथुर और डॉ मल्लिका दोनों विद्यालय से ही अच्छे दोस्त रहते है। डॉ मल्लिका आशुतोष को प्यार करती है, लेकिन इस बात का पता आशुतोष को नहीं होता। जब एक नई डॉ निधि वर्मा वहाँ आती है, जो आशुतोष से काफी छोटी है। वह और आशुतोष के बीच नजदीकी बढ़ने से मल्लिका निधि को सताने लगती है।
आशुतोष के मित्र अरमान और निधि के मित्र रोहन, दोनों को मिलाने का प्रयास करते है। लेकिन निधि के परिवार वाले उसकी शादी रोहन से करने का निर्णय लेते हैं, और जब यह बात निधि को पता चलती है, तो निधि आशुतोष के बारे में अपने परिवार वालों को बताती है। लेकिन परिवार वाले नहीं मानते और निधि वहाँ से चली जाती है।
निधि एक गैर सरकारी संगठन में कार्य करने लगती है, जहां उसे डॉ माथुर (आलोक नाथ) मिलते हैं, जो डॉ आशुतोष के पिता हैं। इसके बाद वह आशुतोष को निधि से शादी के लिए मना लेते हैं। और उन दोनों की शादी हो जाती है।