केहर सिंह (ਕੇਹਰ ਸਿੰਘ) पूर्ववर्ती आपूर्ति एवं निपटान महानिदेशालय, नई दिल्ली में सहायक (बाद में इस पद को सहायक अनुभाग अधिकारी कहा जाने लगा) था। उसे इंदिरा गांधी की हत्या के मामले में साजिसकर्ता के रूप में फांसी की सजा दी गई। उसे 6 जनवरी 1989 को तिहाड़ जेल में फांसी दी गयी। बेअंत सिंह उसका भतीजा था।[1]