केल्वाकुंतला चंद्रशेखर राव | |
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के. चंद्रशेखर राव | |
पहले और दूसरे तेलंगाना के मुख्यमंत्री
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पदस्थ | |
कार्यालय ग्रहण 2 जून 2014 | |
पूर्वा धिकारी | पद सृजन |
जन्म | 17 फ़रवरी 1953 चिंतामदका, मेदक, तेलंगाना |
जन्म का नाम | कल्वाकुंतला चंद्रशेखर राव |
राष्ट्रीयता | भारत |
जीवन संगी | कल्वाकुंतला शोभा |
बच्चे | केटी राम राव (पुत्र) एवं कविता (पुत्री) |
निवास | हैदराबाद |
धर्म | हिंदू |
कल्वाकुंतला चंद्रशेखर राव (तेलुगु: కల్వకుంట్ల చంద్రశేఖర రావు) , संक्षेप में केसीआर, जन्म 17 फरवरी, 1954) तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री हैं। वे भारत राष्ट्र समिति के प्रमुख हैं, तथा अलग तेलंगाना आंदोलन के प्रमुख कार्यकर्ता रहे हैं।[1] वे तेलंगाना के मेदक जिले के गजवेल विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। उन्होने ०२ जून २०१४ को तेलंगाना के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। वह 2018 में शुरुआती चुनाव के लिए गए,[2] जब उन्होंने अपनी अवधि पूरी होने से छह महीने पहले इस्तीफा दे दिया।[3]
इसके पूर्व वे सिद्धिपेट से विधायक तथा महबूबनगर और करीमनगर से सांसद रह चुके हैं। वे केंद्र में श्रम और नियोजन मंत्री रह चुके हैं।
Bharat Rashtra Samithi के गठन से पहले वे तेलुगु देशम पार्टी के सदस्य थे। उन्होंने अलग तेलंगाना राज्य के निर्माण की मांग करते हुए तेलगू देशम पार्टी छोड़ी। तेलंगाना राष्ट्र समिति 2004 कांग्रेस के साथ 2004 में लोकसभा चुनाव लड़ी थी और उसे पांच सीटें मिली। जून 2009 तक वे संप्रग सरकार में थे, लेकिन अलग तेलंगाना राष्ट्र पर संप्रग के नकारात्मक रवैये के कारण उन्हें संप्रग से बाहर आ गए।
चंद्रशेखर राव का जन्म राघव राव और वेंकटम्मा के यहाँ 17 फरवरी 1954 को वर्तमान तेलंगाना के सिद्दीपेट के पास चिंतामदका गाँव में हुआ था। उनका परिवार वेलमा (जमींदार या जमींदार) समुदाय से है।[4] एम ए (साहित्य) Fatehpur jila, हैदराबाद से शिक्षा।
के॰ चंद्रशेखर राव का विवाह शोभा से हुआ और उनके दो बच्चे हैं।[5] उनके बेटे, केटी राम राव, सरसिला राजन्ना जिला, (तेलंगाना के करीमनगर जिले) के एक विधायक हैं और आईटी, नगर प्रशासन और शहरी विकास विभागों के लिए कैबिनेट मंत्री हैं। उनकी बेटी, कलककुंटला कविता, निजामाबाद, तेलंगाना से एक एमपी है। उनके भतीजे, हरीश राव, सिद्धिपेट निर्वाचन क्षेत्र के विधायक हैं और अब तेलंगाना सरकार में सिंचाई, विधान मामलों और विपणन के लिए कैबिनेट मंत्री हैं। केसीआर में 9 बहनें और 1 बड़े भाई हैं। वह हैदराबाद शहर में आधिकारिक मुख्यमंत्री आवास, प्रगति भवन में अपने परिवार के साथ रहता है।
के चंद्रशेखर राव ने एक छात्र नेता के रूप में राजनीतिक जीवन शुरू किया।[6] इससे पहले वे एक रोजगार सलाहकार थे, जो कामगारों को खाड़ी देशों में भेजते थे। 1985 में वे तेलुगु देशम पार्टी में शामिल थे और विधायक चुने गए।[7] 1987-88 तक वे आंध्रप्रदेश में राज्यमंत्री रहे। 1992-93 तक वे लोक उपक्रम समिति के अध्यक्ष रहे। 1997-99 तक वे केंद्रीय मंत्री रहे। 1999 से 2001 तक वे आंध्रप्रदेश विधानसभा में उपाध्यक्ष रहे। इस पद से इस्तीफा देने के बाद तेलगू देशम से बाहर आ गए और एकसूत्रीय एजेंडा के तहत तेलंगाना राष्ट्र समिति की स्थापना की। 2004 में वे करीमनगर से लोकसभा सदस्य चुने गए।[8] 2004-06 तक उन्होंने केंद्रीय श्रम और नियोजन मंत्री के पद पर कार्य किया। 2006 में उन्होंने संसद की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया और फिर भारी बहुमत से सांसद चुने गए। 2008 में उन्होंने अपने तीन सांसदों और 16 विधायकों के साथ फिर इस्तीफा दिया और दूसरी बार सांसद चुने गए।
केसीआर का मुख्य उद्देश्य अलग तेलंगाना की स्थापना है। केसीआर के मुख्य सहयोगियों में उनके पुत्र तारक रामाराव (टीएसआर महासचिव) और भतीजा टी हरीश राव (विधायक) हैं। उनतीस नवंबर को उन्होंने अलग तेलंगाना के लिए अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर जाने की घोषणा की। उनकी इस घोषणा के बाद पुलिस ने उन्हें करीमनगर में गिरफ्तार कर लिया। उनके समर्थक विभिन्न जगहों पर प्रदर्शन कर रहे हैं। 2 जून 2014 को पहले तेलंगाना के मुख्यमंत्री बने। 14 अप्रैल 2023 को, के॰ चंद्रशेखर राव ने डॉ बी आर अम्बेडकर की 132वीं जयंती पर हुसैन सागर झील में उनकी 125 फीट ऊंची कांस्य प्रतिमा का अनावरण किया।[9]
पूर्वाधिकारी पद सृजन |
तेलंगाना के मुख्यमंत्री 2 जून 2014 – वर्तमान |
उत्तराधिकारी पदस्थ |
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