"कोडै" कोडैकनाल | |||||||
— शहर — | |||||||
समय मंडल: आईएसटी (यूटीसी+५:३०) | |||||||
देश | भारत | ||||||
राज्य | तमिल नाडु | ||||||
ज़िला | डिंडीगल | ||||||
स्थापित | १८४५[1] | ||||||
निकटतम नगर | मदुरई 121 km (75 मील) | ||||||
अध्यक्ष | एस. मुहम्मद इब्राहिम | ||||||
उपाध्यक्ष | तिरु पी चेल्लादुरै | ||||||
जनसंख्या • घनत्व |
32,931 (2001 के अनुसार [update]) • 1,100/किमी2 (2,849/मील2) | ||||||
लिंगानुपात | M 51% F 49% ♂/♀ | ||||||
साक्षरता | 66% 1991% | ||||||
क्षेत्रफल • ऊँचाई (AMSL) |
21.45 km² (8 sq mi) • 2,133 मीटर (6,998 फी॰) | ||||||
जलवायु • वर्षा तापमान • ग्रीष्म • शीत |
• 1,650 mm (65 in) • 19.8 °C (68 °F) • 8.3 °C (47 °F) | ||||||
विभिन्न कोड
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पाद-टिप्पणियाँ
वेबसाइट: कोडैमनाल नगरपालिका
ई-मेल: commr.kodaikanal@tn.gov.in |
निर्देशांक: 10°14′06″N 77°29′10″E / 10.235°N 77.486°E कोडैकनाल (तमिल: கோடைக்கானல், अंग्रेज़ी:Kodaikanal) भारत के तमिल नाडु राज्य में बसा एक शहर है। समुद्र तल से 2133 मीटर ऊंचा तमिलनाडु का कोडईकनाल हिल रिजॉर्ट अपनी सुन्दरता और शान्त वातावरण से सबको सम्मोहित कर देता है। पलनि हिल के बीच बसा यह जगह दक्षिण भारत का प्रमुख हिल स्टेशन है।
यहां घूमने का मजा कुरिन्जी के खिलने के समय दोगुना हो जाता है। हालांकि यह फूल बारह साल में एक बार खिलता है। यहां के लोग कुरिन्जी के फूल को अपनी शान समझते है। जब यह खिलता है तो पहाड़ियों की सुंदरता देखते ही बनती है। और इसकी महक मदहोश कर देने वाली होती है। कोडईकनाल में प्रकृति की सुंदरता अपने तमाम रूपों में नजर आती है। विशाल चट्टान, शांत झील, फलों के बगीचे और यहां के हरे भरे दृश्य अपनी सुदंरता की कहानी कहते है। साथ ही यूकेलिप्टस और पाइन के जंगलों से आती स्वच्छ हवा यहां के वातावरण को सुगंधित और गुलजार बना देती हैं।
कोडईकनाल का उल्लेख ईसा पूर्व के तमिल संगम साहित्य में मिलता है। पलानी हिल्स के आसपास के क्षेत्र में उस समय पेलियन्स और पुलयन्स नामक आदिम जनजाति निवास करती थी। 1845 ई. में अंग्रेजों ने यहां हिल स्टेशन स्थापित किया। ब्रिटिश प्रशासकों और मिशनरियों का यह पसंदीदा हिल स्टेशन था। वे गर्मियों में यहां अपना समय व्यतीत करते थे।
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यह खूबसूरत झील पिकनिक स्थल के लिए लोकप्रिय है। प्राकृतिक सुंदरता से भरा यह झील कोडईकनाल बस स्टैंड से 21 किलोमीटर दूर है। इस झील से पेरियाकुलम नगर को पीने के पानी की आपूर्ति की जाती है। इस झील की खोज और सुधार कार्य ब्रिटिश आर्मी के कर्नल हेमिल्टन द्वारा 1864 ई. में किया गया था।
बेरियम झील के पूर्व दिशा में 20 एकड के क्षेत्र में फैला ब्रायंट पार्क स्थित है। यह पार्क फूलों तथा संकर प्रजाति के विभिन्न पेड-पौधो के लिए जाना जाता है। यहां एक ग्लासहाउस मे विभिन्न किस्म के फूल रखे हुए हैं। मई के महीने में यहां उधान मेला का आयोजन किया जाता है।
झील से 5 किलोमीटर की दूरी पर यह संग्रहालय स्थित है। इसकी देखरख सेक्रेड हार्ट कॉलेज द्वारा की जाती है। यहां का आर्किडोरियम भारत के सबसे बेहतर आर्किडोरियम में से एक माना जाता है।
यह बोट क्लब 1910 में स्थापित किया गया था। 1932 से पहले यह आम लोगों और पर्यटकों के लिए नहीं था। मात्र कुछ चुनिन्दा सदस्य ही यहां बोटिंग का आनंद ले सकते थे। बाद में पर्यटकों और आम लोगों के लिए भी यह सुविधा दी गई। कार्लटोन और कोडई बोट यहां किराए पर ली जा सकती हैं।
मानव निर्मित यह झील कोडईकनाल में काफी लोकप्रिय है। तारे के आकार की यह झील 60 एकड़ के क्षेत्र में फैली हुई है। इसके चारों तरफ की हरियाली पर्यटकों को बहुत लुभाती है। इस झील का बोट क्लब रोमांचक रेसिंग ट्रिप का आयोजन करता है।
लेफ्टिनेंट कोकर के नाम पर इस स्थान का नाम कोकर्स वॉक पड़ा। कोकर ने कोडई का मानचित्र तैयार किया था। यह स्थान झील से एक किलोमीटर की दूरी पर है। यहां से कोडईकनाल के दक्षिण की ओर तीव्र ढलान है। मैदानों के खूबसूरत नजारे यहां से देखे जा सकते हैं।
यह पवित्र मंदिर भगवान मुरूगन को समर्पित है। कोडईकनाल झील से 3.2 किमी की दूरी पर यह मंदिर स्थित है। तमिल साहित्य में कुरिन्जी का अर्थ पहाड़ी क्षेत्र और अंदावर का अर्थ ईश्वर होता है। भगवान मुरूगन को पहाड़ों का देवता माना जाता है। इस मंदिर से उत्तर के मैदानों और पलानी की पहाड़ियों का भव्य नजारा देखा जा सकता है।
यह आकर्षक जल प्रपात कोडईनाल से 8 किमी दूर घाट रोड़ पर स्थित है। कोडई झील का अतिरिक्त जल 180 फीट की ऊंचाई से झरने के रूप में गिरता है। यहां का शांत और सौम्य वातावरण पर्यटकों को अपनी ओर लुभाता है।
यह खूबसूरत पिकनिक स्थल कोडई झील से 1.6 किमी दूर है। यहां पहुंचने का मार्ग काफी ऊबड़-खाबड़ है। यहां पर अक्सर भालूओं को पानी पीते हुए देखा जा सकता है। भालुओं की उपस्थिति के कारण की इस झरने का नाम बीयर शोला पड़ा।
घाटी और उसके आसपास की सुंदरता को देखने के लिए दो टेलिस्कोप हाउस कोडई में स्थापित किए गए हैं। इसके अलावा कोडईकनाल में सौर भौतिक वेधशाला, डोलमेन सर्कल, थालाइयर झरना की भी आप सैर कर सकते है।
120 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मदुरै नजदीकी एयरपोर्ट है। मदुरै से बस या टैक्सी के माध्यम से कोडईकनाल पहुंचा जा सकता है।
कोडई रोड़ रेलवे स्टेशन नजदीकी रेलवे स्टेशन है जो 80 किलोमीटर दूर स्थित है।
कोडईकनाल के लिए मदुरै, पलानी, त्रिची, बैंगलोर, कोयंबटूर आदि बड़े शहरों के अलावा अनेक छोटे शहरों से नियमित बस सेवाएं उपलब्ध हैं।
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