गंगा द्रुतमार्ग | |
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मार्ग की जानकारी | |
अनुरक्षण Uttar Pradesh Expressways Industrial Development Authority (UPEIDA) | |
लंबाई: | 718 कि॰मी॰ (446 मील) |
प्रमुख जंक्शन | |
पश्चिम अन्त: | बिजौली गाँव, मेरठ जिला |
पूरब अन्त: | जुदापुर दन्दू गाँव, प्रयागराज जिला |
स्थान | |
राज्य: | उत्तर प्रदेश |
मुख्य नगर: | मेरठ, हापुड़, बुलन्दशहर, संभल, चन्दौसी, बदायूँ, शाहजहांपुर, हरदोई, बिलग्राम , माधवगंज , मल्लावां , बांगरमऊ ,उन्नाव, रायबरेली और प्रयागराज |
गंगा एक्सप्रेसवे भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में स्वीकृत 594 किमी लंबा, 6 लेन चौड़ा (8 तक विस्तार योग्य) ग्रीनफील्ड द्रुतमार्ग है। फेज-1 मेरठ जिले में एनएच -334 पर बिजौली गांव को इलाहाबाद जिले के एनएच-19 पर जुदापुर दांडू गांव से जोड़ेगा। उत्तर प्रदेश कैबिनेट ने कुंभ मेले के आयोजन स्थल इलाहाबाद में बैठक की और 29 जनवरी 2019 को मेरठ और इलाहाबाद के बीच गंगा द्रुतमार्ग के निर्माण को स्वीकृति दी। [1] [2]
एक्सप्रेसवे की आधारशिला प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 18 दिसंबर 2021 को शाहजहाँपुर में रखी थी। एक्सप्रेसवे के दिसंबर 2024 तक पूरा होने की उम्मीद है
594 किलोमीटर लंबा गंगा एक्सप्रेसवे मेरठ जिले में NH-334 पर खरखौदा के पास बिजौली गांव को प्रयागराज जिले में NH-19 पर सोरांव के पास जूदापुर दांदू गांव से जोड़ेगा। यह उत्तर प्रदेश के 12 जिलों (पश्चिम से पूर्व तक), मेरठ, हापुड, बुलन्दशहर, अमरोहा, संभल, बदायूँ, शाहजहाँपुर, हरदोई, बिलग्राम, मल्लावां, बांगरमऊ, सफीपुर, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज से होकर गुजरेगा।
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(मदद)